Children’s Mutual Funds in India: बच्चे के जन्म के साथ ही पैरेंट्स की जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। बच्चे का अच्छी तरह पालन-पोषण करने के साथ ही उसकी हायर स्टडीज और शादी तक के लिए फिक्र सताने लगती है।
बच्चे से जुड़े खर्चों की चिंता से बचने का तरीका है कि उसके जन्म के साथ ही निवेश शुरू कर दिया जाए। निवेश भी ऐसी जगह पर किया जाए, जहां से रिटर्न भी काफी अच्छा मिले।
आइए आपको बताते हैं निवेश का वो जरिया जहां अगर आप अपने बच्चे के जन्म के साथ ही निवेश शुरू कर दें, तो उसके 21 साल का होने तक आप करीब 57 लाख रुपए जोड़ सकते हैं। इस रकम से आप बच्चे की हायर स्टडी भी आसानी से करवा सकते हैं और उसकी शादी की जरूरतों को भी पूरा कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड में SIP बेहतरीन ऑप्शन
हर माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता रहती है और इसके लिए वो उसकी पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी-विवाह तक के लिए फंड का इंतजाम करने के प्रयास में लगे रहते हैं। आज के समय में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश अपने बच्चे को करोड़पति बनाने के सपने को पूरा करने का बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
आप बच्चों के लिए मोटा फंड इकठ्ठा करने के लिहाज से म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) या सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान का ऑप्शन चुन सकते हैं। इसमें मिलने वाले रिटर्न के इतिहास को देखें, तो महज 10,000 रुपये महीने की बचत से 1 करोड़ से ज्यादा का फंड इकठ्ठा किया जा सकता है।
चाइल्ड केयर फंड्स की खासियत
म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए और अलग अलग निवेश लक्ष्य के हिसाब से स्कीम जारी करते हैं, जिनमें चिल्ड्रेंस गिफ्ट फंड, चिल्ड्रेंस एसेट्स प्लान और चिल्ड्रेंस करियर प्लान के नाम से कई स्कीम म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा चलाई जा रही हैं।
चाइल्ड केयर फंड्स ज्यादातर हाइब्रिड म्यूचुअल फंड होते हैं। वे अच्छी तरह से डाइवर्सिफाइड (Diversified) होते हैं। इनमें फंड के एक हिस्से को सुरक्षित माने जाने वाले डेट स्कीम या डेट बॉन्ड में निवेश किया जाता है, वहीं कॉर्पस एक हिस्सा इक्विटी में भी निवेश करते हैं जो डेट बॉन्ड की तुलना में हाई रिटर्न देते हैं।