नीमच। मध्य प्रदेश के नीमच जिले की जावद तहसील में एक दरगाह पर हुए हमले के बाद सबूत जुटाने के लिए इस धार्मिक स्थल को बंद कर दिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटना की जांच कर रही पुलिस ने दरगाह के क्षतिग्रस्त हिस्से के नमूने जांच के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया है। दरगाह पर यह हमला शनिवार रात करीब 11 बजे से रविवार तड़के तीन बजे तक किया गया। हमलावर मौके पर एक पर्चा भी छोड़ गए थे, जिसमें कहा गया है कि संबंधित दरगाह में हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करा कर मुसलमान बनाया जाता है, जो कि सनातन धर्म के खिलाफ है। पुलिस ने सोमवार शाम को कहा कि उसे इस हमले के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है। पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने बताया कि इस हमले में मामूली रूप से घायल हुए ज़ायरीन अब्दुल रज्जाक एवं दरगाह के खादिम नूर बाबा इलाज करने के बाद राजस्थान स्थित अपने-अपने घर लौट चुके हैं।
जांच के लिए भेजे सैंपल
उन्होंने कहा कि हमने दरगाह के मलबे के नमूने जांच के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया है, ताकि पता लगाया जा सके कि हमले में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था या नहीं। वर्मा ने बताया कि जांच के लिए दरगाह को फिलहाल बंद कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस दरगाह के खादिम नूर बाबा ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 24 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। वर्मा ने इन खबरों का खंडन किया था कि हमलावर तलवार और भाला लेकर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हमलावरों के पास लाठियां थीं। घटना के विरोध में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने रविवार को जुलूस निकाला। उन्होंने हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा।