CREDAI Kamal Ka Bhopal: भोपाल को भारत के लॉजिस्टिक्स कैपिटल, प्रमुख पर्यटन केंद्र और स्मार्ट इंडस्ट्रियल डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए एक प्लान तैयार किया है। क्रेडाई भोपाल ने इसके लिए “कमाल का भोपाल” इनसेप्शन रिपोर्ट शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव को प्रस्तुत की। इस रिपोर्ट का उद्देश्य भोपाल को औद्योगिक, आर्थिक और पर्यटन विकास की दृष्टि से नया आयाम देना है। प्रमुख सचिव ने रिपोर्ट की सराहना करते हुए इसके क्रियान्वयन की दिशा में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट -2025 में प्रमोशन की सहमति दी।
भोपाल को लॉजिस्टिक्स कैपिटल बनाने की रणनीति
- अत्याधुनिक वेयरहाउसिंग और मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बढ़ावा देने की योजना
- औद्योगिक कनेक्टिविटी को सशक्त करने पर सहमति
- ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में निवेश आकर्षित करने की पहल
पर्यटन और आर्थिक संभावनाएँ होंगी मजबूत
- भोपाल को ईको-टूरिज्म, मेडिकल टूरिज्म, वेडिंग डेस्टिनेशन और वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा
- भोजताल, शैल चित्र, सांची, टाइगर रिजर्व और राजा भोज के जल प्रबंधन को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने की योजना
औद्योगिक विकास के नए अवसर
- नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy)
- फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी
- एग्रो-प्रोसेसिंग और फूड टेक्नोलॉजी
- आईटी, नॉलेज और स्मार्ट इंडस्ट्रीज
शहरी विकास और भूमि उपलब्धता पर विचार
- भूमि की उपलब्धता को सुनिश्चित करने और गुजरात-अहमदाबाद जैसी प्रगतिशील शहरी नीति को अपनाने की सिफारिश
- क्रेडाई भोपाल अन्य विकसित शहरों की नीतियों का अध्ययन कर डीपीआर में समाधान प्रस्तुत करेगा
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट -2025 में ‘कमाल का भोपाल’ होगा प्रमोट
- प्रमुख सचिव ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट -2025 में ‘कमाल का भोपाल’ अभियान को प्रमोट करने की सहमति दी
- अतिरिक्त आयुक्त शहरी विकास के.एल. मीना को अभियान को राज्य स्तर पर आगे बढ़ाने के निर्देश दिए
- क्रेडाई अध्यक्ष मनोज मीक ने संजीव ठाकुर को समिट के लिए समन्वयक नियुक्त किया
यह भी पढ़ें: अब हिंदी में फिजियोलॉजी को समझ सकेंगे मेडिकल छात्र: एम्स भोपाल में बुक लॉन्च, 81 क्लिनिकल स्ट्रक्चर आसान भाषा में समझाए
‘कमाल का भोपाल’ – स्मार्ट विकास की नई पहचान
भोपाल को वैश्विक लॉजिस्टिक्स और पर्यटन हब बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट -2025 के माध्यम से भोपाल को निवेश, औद्योगिक विस्तार और वैश्विक अवसरों से जोड़ने की दिशा में राज्य सरकार और क्रेडाई मिलकर काम करेंगे।
यह भी पढ़ें: MP दिव्यांगजनों के लिए बड़ा फैसला: हर सरकारी दफ्तर में समस्या सुनने और निवारण के लिए नियुक्त होंगे विशेष अधिकारी