भोपाल। प्रदेश की पहले से प्रस्तावित पहली गौ कैबिनेट Cow Cabinet आगर की जगह भोपाल में होगी। पहले बैठक आगर में होने थी, लेकिन अब बैठक कल सुबह 11 बजे मंत्रालय में ही विधिवत बैठक होगी। बैठक के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान आगर जाएंगे जहां वे सालरिया के गौ अभ्यारण में सभा को संबोधित करेंगे। पहले गौ कैबिनेट की बैठक गौ अभ्यारण में ही होनी थी,लेकिन बाद में स्थान में परिवर्तन कर दिया गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तिरुपति से ट्वीट कर जानकारी दी थी कि पहली गौ कैबिनेट गौ अभयारण्य में होगी।शिवराज सरकार ने गो-कैबिनेट का गठन किया है, जिसमें गृह, वन, कृषि, ग्रामीण विकास और पशुपालन मंत्री को सदस्य बनाया गया है। मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष बनाए गए हैं।
संचालकों को बुलाया
पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि आगर के गो अभयारण्य में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हाेने रविवार दोपहर 1 बजे पहुंचेंगे। इस अवसर पर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के गोशालाओं के संचालकों व बड़ी संस्थाओं के संचालकों को बुलाया गया है। वे बताएंगे कि गो शालाओं को कैसे आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
कांग्रेस ने निशाना साधा
मध्य प्रदेश सरकार की गौ कैबिनेट की बैठक और बैठक में गौ टैक्स पर विचार की बात पर मध्य प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक कांग्रेस ने निशाना साधा है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने 15 साल सरकार में रहते हुए गायों के लिए कोई काम नहीं किया…और अब गौ टैक्स के जरिए सरकार जनता से वसूली करना चाहती है। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी गौ कैबिनेट को लेकर बीजेपी सरकार पर तंज कसा है।
पिछले कुछ अरसे से गाय सियासत का केंद्र बनती जा रही है। पिछली कांग्रेस सरकार ने गौ शालाएं बनवाने का काम शुरू किया था तो अब सरकार बदलने पर बीजेपी सरकार गौ कैबिनेट बनाकर गायों के संरक्षण और संवर्धन की बात कर रही है।