मलाप्पुरम (केरल), 19 जनवरी (भाषा) केरल में 38 लोगों द्वारा यौन उत्पीड़न का स्तब्ध करने वाला दावा करने वाली 17 वर्षीय पीड़िता की काउंसलिंग अभी जारी है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि किशोरी के साथ काउंसलिंग (परामर्श)सत्र राज्य संचालित निर्भया केंद्र पर चल रहा है और उसकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसे वापस घर भेजने की कोई योजना नहीं है।
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले साल नवंबर में पीड़िता के खुलासों के आधार पर अब तक 29 मामले दर्ज किए गए हैं और 20 लोगों को इस संबंध में गिरफ्तार किया गया है।
जिला पुलिस प्रमुख अब्दुल करीम यू ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘’ हमने 13 और 16 मामले अलग-अलग दर्ज किए हैं। कुल 40 आरोपियों में से 20 को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा 20 और आरोपियों का पता लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए 20 लोगों में से 15 जमानत पर है और पांच हिरासत में है। उन्होंने कहा कि पीड़िता की सबसे करीबी रिश्तेदार उसकी मां ही है और ऐसे में उसे वापस घर भेजना सुरक्षित नहीं है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ निर्भया केंद्र में पीड़िता के साथ काउंसलिंग सत्र जारी है। अगर हमसे इस संबंध में उच्च अधिकारी रिपोर्ट मांगते हैं तो हम सुरक्षा कारणों की वजह से पीड़िता को उसके मां के पास भेजने का विरोध करेंगे। हम उसकी मानसिक स्थिति पर भी विचार कर रहे हैं।’’
पुलिस ने बताया कि किशोरी का कटु अनुभव तब सामने आया जब निर्भया केंद्र पर उसके साथ काउंसिलिंग का सत्र चल रहा था।
जानकारी के मुताबिक पीड़िता के साथ यौन उत्पीड़न की पहली घटना वर्ष 2016 में तब हुई जब वह 13 साल की थी और इसके एक साल बाद फिर उसे इस तरह की यातना का सामना करना पड़ा। दूसरी घटना के बाद उसे बाल गृह भेजा गया और करीब एक साल पहले उसे अपनी मां के साथ रहने की अनुमति दी गई।
पुलिस ने बताया कि लड़की बाल गृह से निकलने के बाद कुछ समय से लापता थी और पिछले दिसंबर में पलक्कड़ में उसके होने की जानकारी मिली जहां से उसे निर्भया केंद्र लाया गया। परामर्श सत्र के दौरान किशोरी ने निर्भया केंद्र के अधिकारियों को यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की घटनाओं की जानकारी दी जिनका उसने सामना किया था।
भाषा स्नेहा नरेश
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