हाइलाइट्स
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अवैध मदरसे गिराने पर विवाद
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गुस्साए लोगों ने पुलिस पर किया था पथराव
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सीएम ने ली थी समीक्षा बैठक
हल्द्वानी। Uttarakhand News: उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध मदरसा तोड़े जाने के दौरान भड़की हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने यहां बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है जबकि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं ।
हल्द्वानी के नगर पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि घटना में छह व्यक्तियों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि एक पत्रकार सहित सात घायलों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है ।
अस्पतालों में भर्ती कराए गए करीब 60 घायलों में से ज्यादातर को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी। हल्द्वानी में हालात का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि न्यायालय के आदेश पर अतिक्रमण हटाने पहुंची प्रशासन और पुलिस की टीम पर ‘‘सुनियोजित तरीके से हमला किया गया।’’
उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और जिन लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया है और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी । मुख्यमंत्री ने कहा कि अराजक तत्वों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
साथ ही निगम ने मदरसे के बगल से बनने वाली एक बिल्डिंग जिसे नवाज पढ़ने के लिए बनाया जा रहा था उसे भी ढहा दिया गया है। इससे बाद कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस और निगम की टीम पर पथराव कर दिया था।
उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने का भी घेराव किया। साथ ही कई वाहनों में आग लगा दी। उपद्रवियों ने ट्रांसफार्मर में आग लगा दी जिससे कई इलाकों में बिजली सप्लाई बाधित है।
घटना में एसडीएम और पुलिस के जवान घायल हुए हैं। कलेक्टर ने वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए हैं।
दंगाइयों ने एसडीएम के साथ पुलिस और निगमकर्मियों पर पथराव किया है। जिससे कई लोगों को चोटें आई हैं। उपद्रवियों को खदेंड़ने के लिए पुलिस ने आसू गैस के गोले छोड़े हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक की है। उन्होंने अफसकों को दंगाइयों से सख्ती से के आदेश दिए हैं। साथ ही आमजन से शांति बनाए रखने की अपील की है।
इस मामले में नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय कहा है कि मदरसा और नमाज वाली जगह अवैध रुप से बने थे। निगम ने 3 एकड़ जमीन को कब्जे से मुक्त कराया है।