नई दिल्ली। स्टैंडर्ड चार्टर्ड के एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत में अधिकांश संपन्न व्यक्तियों ने महामारी के बाद अपने जीवन के लक्ष्यों को फिर से निर्धारित किया है। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के कारण आत्मविश्वास की कमी उन्हें अपने नए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाने से रोक रही है।
‘वेल्थ एक्सपेक्टेंसी रिपोर्ट-2021’ के अनुसार, भारत में 94 प्रतिशत लोगों ने अपने जीवन लक्ष्यों को महामारी के बाद फिर से निर्धारित किया है और 48 प्रतिशत ने कहा कि कोविड-19 की वजह से उनका अपने वित्त को लेकर भरोसा कम हुआ है।
स्टैंडर्ड चार्टर्ड की ओर से, पोर्टलैंड कम्युनिकेशंस ने 30 जून से 26 जुलाई, 2021 के बीच 12 बाजारों में 15,649 उभरते, संपन्न और उच्च संपदा (एचएनडब्ल्यू) वाले लोगों का 20 मिनट का ऑनलाइन सर्वेक्षण किया।
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, भारत के प्रबंध निदेशक और संपदा प्रमुख सम्राट खोसला ने कहा, ‘‘रिपोर्ट से पता इनमें से करीब आधे लोगों का पिछले वर्ष इससे संबंधित कुछ कार्य करने के बावजूद अपने वित्त के प्रति भरोसा कम हुआ है।
पेशेवर मदद से उपभोक्ताओं को इस भरोसे की कमी को दूर करने में मदद मिल सकती है।’’ रिपोर्ट के अनुसार, महामारी ने भारत में संपन्न लोगों को अपनी प्राथमिकताओं को फिर से निर्धारित करते समय अधिक भविष्य-केंद्रित बनने के लिए प्रेरित किया है।