नई दिल्ली।(भाषा) सरकार ने आज बताया कि भारत में 21 दिन में 50 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों (Health workers, advance front personnel) को कोविड-19 (covid-19) का टीका लगाया गया और विश्व में यह टीकाकरण (Corona vaccine) की सर्वाधिक दर है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने आज को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण के शुरू में अनुमान से कम लाभार्थी टीका सत्र में आए और इसकी वजह कोविन पोर्टल में उत्पन्न तकनीकी मुद्दे, टीकाकरण को लेकर हिचकिचाहट आदि थे। लेकिन धीरे धीरे इनका समाधान कर लिया गया। चौबे ने बताया ‘‘31 जनवरी तक टीके के लिए 93.6 लाख स्वास्थ्य कर्मियों और 77.9 लाख अग्रिम मोर्चे के कर्मियों ने पंजीकरण कराया था। 31 जनवरी तक 37.58 लाख कर्मियों को टीका लगाया जा चुका है।’’ उन्होंने बताया ‘‘टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से आरंभ किया गया था। शुरू में टीकाकरण की दर कम थी लेकिन धीरे धीरे वह बढ़ती गई।’’ केंद्र सरकार ने शुरुआती चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों के प्राथमिकता समूहों को मुफ्त टीका लगाने का फैसला किया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीके पर भरोसा नहीं था, चौबे ने कहा ‘‘ऐसा नहीं है। भारत में 21 दिन में 50 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया और विश्व में यह टीकाकरण की सर्वाधिक दर है।’’ उन्होंने बताया कि कोविड-19 के टीके के बारे में जागरूकता फैलाने तथा टीकाकरण की प्रक्रिया को लेकर भ्रांतियों को दूर करने के लिए एक संवाद अभियान चलाया जा रहा है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में चौबे ने बताया ‘‘26 जनवरी तक कोविशील्ड टीके की 200 लाख खुराक और कोवैक्सीन टीके की 28.03 लाख खुराक की आपूर्ति हो चुकी है।’’