भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण का कार्य लगातार जारी है तथा बुधवार को प्रदेश में टीकाकरण का आंकड़ा पांच करोड़ को पार कर गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए प्रदेश में टीकाकरण अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ संचालित किया जा रहा है। उन्होंने 17 सितंबर के ‘टीकाकरण महाअभियान’ में सभी वर्गों से पहले की तरह सक्रिय सहयोग करने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के शत-प्रतिशत लोगों को टीके की पहली खुराक देने के लक्ष्य को पाने के बाद दूसरी खुराक कम से कम समय में लगाने का हमारा प्रयास जारी रहेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रबंध संचालक प्रियंका दास ने बताया कि टीकाकरण महाअभियान में पांच करोड़ से अधिक टीके लगाने का रिकॉर्ड बना है। बुधवार शाम पांच बजे तक कुल 5 करोड़ 69 हजार 857 खुराकें दी गई हैं। इनमें 4 करोड़ 6 लाख 90 हजार 4 लोगों को पहली खुराक और 93 लाख 79 हजार 853 लोगों को दूसरी खुराक दी गई है।
तीसरी लहर का गहरा रहा संकट
कोरोना एक बार फिर से चिंता बढ़ा रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि खुद प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को कोरोना से अलर्ट किया है। सीएम ने कहा- ‘केरल की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। हमारे पड़ोसी राज्यों में भी लगातार केस बढ़ रहे हैं। मप्र में भी पिछले दो सप्ताह में केस में उछाल देखा गया है। हमें सतर्क रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कोरोना के बढ़ते केस को लेकर आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक एक घंटे चलेगी। इसमें कुछ पाबंदियों पर विचार किया जा सकता है। इधर, जबलपुर में लगातार मिले नए संक्रमितों ने चिंता बढ़ा दी है। कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कोई भी व्यक्ति बगैर मास्क के घूमता नजर नहीं आना चाहिए।
इसका सख्ती से पालन किया जाए। राजगढ़ में सीएम शिवराज ने कहा- सरकार का टारगेट है कि सितंबर अंत तक वैक्सीन का पहला डोज सभी पात्रों को लग जाए। केंद्र सरकार हमें नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध करवा रही है। पहले डोज के साथ हमें दूसरे डोज की भी चिंता करना पड़ेगी। इसलिए पहला डोज लगवा चुके, पात्र दूसरा डोज भी लगवा लें। प्रदेश के कई जिलों में कोविड केस की संख्या फिर से बढ़ने लगी है। हमारे पड़ोसी राज्यों में, खासकर दक्षिण के राज्यों में लगातार केसों की संख्या बढ़ रही है। केरल की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। पूरे देश में सबसे ज्यादा मामले केरल से ही आ रहे हैं। वहीं इसके बाद महाराष्ट्र में नागपुर, मुंबई, पुणे में फिर से केस बढ़ने लगे हैं।