नई दिल्ली।भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 38,353 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,20,36,511 पर पहुंच गयी जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,86,351 रह गयी जो 140 दिनों में सबसे कम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 497 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,29,179 हो गयी। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 1.21 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है।
कोविड-19 से उबरने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 97.45 प्रतिशत है। मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,157 मामलों की कमी दर्ज की गयी है। मंगलवार को कोविड-19 के लिए 17,77,962 नमूनों की जांच की गयी और इसके साथ ही अब तक जांच किए गए नमूनों की संख्या 48,50,56,507 हो गयी है।
आंकड़ों के मुताबिक, दैनिक संक्रमण दर 2.16 प्रतिशत दर्ज की गयी। यह पिछले 16 दिनों से तीन प्रतिशत से कम रही है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.34 प्रतिशत दर्ज की गयी। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,12,20,981 हो गयी है और मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है। देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीके की 51.90 करोड़ खुराक लगायी जा चुकी है।
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— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) August 11, 2021
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए।
देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में जिन 497 और लोगों ने जान गंवाई है उनमें से 152 लोगों की मौत केरल और 137 की महाराष्ट्र में हुई। इस महामारी से अभी तक 4,29,179 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1,34,201 लोगों की महाराष्ट्र में, 36,848 की कर्नाटक, 34,367 की तमिलनाडु, 25,068 की दिल्ली, 22,775 की उत्तर प्रदेश, 18,252 की पश्चिम बंगाल और 18,004 लोगों की मौत केरल में हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।