जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 का एक नया स्वरूप सामने आया है और वैज्ञानिकों का कहना है कि देश के सबसे अधिक आबादी वाले प्रांत गौतेंग में युवाओं में इसका तेजी से फैलना एक चिंता का विषय है। देश के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने यह जानकारी दी। कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के साथ ही अपना रूप बदलता रहता है और इसके नए स्वरूप सामने आते हैं, जिनमें से कुछ काफी घातक होते हैं लेकिन कई बार वे खुद ही खत्म भी हो जाते हैं। वैज्ञानिक उन संभावित स्वरूपों पर नजर रखते हैं, जो अधिक संक्रामक या घातक हो सकते हैं। ज्ञानिक यह भी पता लगाने की कोशिश करते हैं कि क्या नया स्वरूप जन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है या नहीं।
फाहला ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने बृहस्पतिवार को एक ऑनलाइल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ पिछले चार-पांच दिन में मामले काफी बढ़े हैं। नए स्वरूप के सामने आने के कारण मामले बढ़ रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि इस नए नस्वरूप की पहचान बी.1.1.529 के तौर पर हुई है, जो दक्षिण अफ्रीका से आए यात्रियों में बोत्सवाना और हांगकांग में भी पाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का तकनीकी कार्य समूह नए स्वरूप का आकलन करने के लिए शुक्रवार को बैठक करेगा और वह यह तय कर सकता है कि इसे यूनानी वर्णमाला से नाम दिया जाए या नहीं।
इस बीच, ब्रितानी सरकार ने घोषणा की कि वह शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से दक्षिण अफ्रीका और पांच अन्य दक्षिणी अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा रही है और जो कोई भी हाल में उन देशों से आया है, उसे कोविड-19 संबंधी जांच करा लेनी चाहिए। दक्षिण अफ्रीका की आबादी करीब छह करोड़ है और यहां कोविड-19 के 29 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं, संक्रमण से 89,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।