भोपाल: कोरोना ने इस बार दशहरा के उत्सव पर बड़ा असर डाला है। हर साल की तरह इस बार रावण दहन तो होगा लेकिन कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखकर न बड़़े जुलूस निकलेंगे और न माननीयों को बुलाया जाएगा। इतना ही नहीं इस बार रावण का कद भी छोटा कर दिया गया है। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में रावण के छोटे पुतले जलाए जाएंगे और कुछ जगहों पर मेला समितियों ने वर्चुअल टेलीकास्ट की इजाजत मांगी भी है।
इस बार 100 फीट की जगह अब 10 से 12 फीट का रावण होगा। कोलार में सबसे ऊंचा 105 फीट का रावण जलता था। जो इस बार महज 12 फीट का है। इंदौर में 100 फीट का रावण इस बार 21 फीट का रह गया है और आतिशबाजी भी नहीं होगी। वहीं जबलपुर की बात करें तो वहां सिर्फ फुहारा पर सांकेतिक रावण दहन होगा। सोशल मीडिया पर इसका लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा।
शहर में इन प्रमुख स्थानों पर रावण दहन
छोला- हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश बेगवानी ने बताया कि मेघनाद, कुंभकर्ण के पुतलों का दहन भी किया जाएगा। समिति के लोग रहेंगे मौजूद।
बिट्टन मार्केट- अरेरा उत्सव समिति के अध्यक्ष राजेश व्यास ने बताया कि जल्द बैठक कर निर्णय लेंगे कि दशहरा कैसे मनाएंगे।
शाहपुरा- दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष भारत सिंह पाल ने बताया कि इस बार मैदान में केवल 200 लोगों के बैठने के लिए ही व्यवस्था की जाएगी।
टीटी नगर- नागरिक कल्याण समिति के राजेश वर्मा सोनी ने बताया कि केवल कुछ अतिथि और समिति के लोग ही आयोजन में उपस्थित रहेंगे।
भेल, गोविंदपुरा- गोविंदपुरा दशहरा महोत्सव समिति ने इस बार दशहरा नहीं मनाने का निर्णय लिया है।
कोलार- आयोजन समिति के रवींद्र यति ने बताया कि आयोजन केवल प्रतिकात्मक रूप से ही होगा। समिति के लोग ही मौजूद रहेंगे।
कलियासोत- जनश्री कल्याण समिति के तत्वावधान में यहां दशहरा मनाया जाएगा।
अशोका गार्डन- दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष पप्पू राय ने बताया कि शासन की गाइडलाइन का पालन करते इस बार उत्सव में बहुत कम लोगों को शामिल किया जाएगा।
अवधपुरी- दशहरा उत्सव समिति के संरक्षक गणेशराम ने बताया कि कोविड गाइडलाइन का पालन करेंगे।
बैरागढ़- नवयुवक सभा समिति के उपाध्यक्ष वासुदेव वाधवानी ने बताया कि परंपरा कायम रहे, इसलिए समिति के लोग ही उपस्थित रहेंगे।
एमवीएम- सांस्कृतिक उत्सव समिति के अध्यक्ष कृष्णकांत चौरसिया ने बताया कि कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए कुछ ही अतिथियों को बुलाया जाएगा।