Temperature vs Age: तापमान बढ़ने या कम होने पर इसका असर शरीर में साफ़ दिख जाता हैं. गर्मी के दिनों में जैसे ही तापमान बढ़ता है तो शरीर से पसीना निकलना शुरू हो जाता है. कई बार तो तापमान बढ़ने से घबराहट तक होने लगती हैं.
यानी की ये कह सकते है कि सेहत का तापमान से सीधा संबंध है. एक रिपोर्ट बताती है कि ज्यादा टेंपरेचर लोगों की उम्र पर भी असर डालता है.
रिपोर्ट में ये बताया गया कि कम टेंपरेचर में रहने वाले लोगों की आयु ज्यादा टेंपरेचर में रहने वालों से अधिक होती है. इसका मतलब ये है कि ज्यादा टेंपरेचर लोगों की आयु को कम करता हैं.
शोध में हुआ खुलासा
जर्मन यूनिवर्सिटी ऑफ कोलेजन के शोधकर्ताओं की रिपोर्ट में यह बताया गया कि लंबी आयु के मामले में कम तापमान निर्णायक साबित होता है. ये अध्ययन वैज्ञानिकों ने हाल में शुरू किया है.
इस पर शोध करने के लिए वैज्ञानिकों ने लैब में सिनोरहैब्डाइटिस एलिजेन नामक कीड़े और मानवीय कोशिकाओं की मदद ली. इस दौरान पाया गया कि औसतन 15 डिग्री सेल्सियस पर रहने से सेल्स से खराब हो चुका प्रोटीन हटने लगता हैं. उसकी जगह नया प्रोटीन ले लेता है.
यह भी पढ़ें: छात्रों का अनोखा कारनामा..! बनाई ऐसी डिवाइस कि सब हुए हैरान, इंदौर का मामला
शोधकर्ताओं की मानें तो इस नतीजे की मदद से उम्र बढ़ाने के नए तरीकों पर काम किया जा सकता है. साथ ही उम्र बढ़ने के साथ शुरू होने वाली बिमारियों से भी बजा जा सकता है. क्योंकि टेंपरेचर बढ़ने से कई बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता हैं. वहीं, कम टेंपरेचर में रहने वाले व्यक्ति की बीमारी धीरे-धीरे अपने आप ही ठीक होने लग जाती है.
इसका मतलब ये नहीं है कि आप AC या पंखे की मदद से कम टेंपरेचर में रहना शुरू कर दें. वैसे अध्ययन में इसपर कोई बात नहीं हुई कि क्या आर्टिफिशियल टेंपरेचर से भी उम्र बढ़ सकती है. या इसके लिए कुदरती मौसम ही चाहिए होता है. वैसे इस पर अभी और शोध किये जाने की जरूरत है.
ये भी पढ़ें:
Viral Video 2023: पेट्रोल से कार धो रही है महिला का वीडियो देख, हर कोई हुआ हैरान
Viral Video 2023: सड़क हादसे का अजीबो-गरीब वीडियो देख! सब हुए हैरान, जानिए वजह