भोपाल। प्रदेश में आने वाले नगरीय निकाय चुनावों की सुगबुगाहट तेज होने लगी है। सभी पार्टियों के प्रत्याशी इस चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। मार्च-अप्रैल के महीने में प्रस्तावित इन चुनावों में भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य पार्टियां पूरे दम खम से मैदान में उतरेंगीं। कांग्रेस ने भी इन चुनावों के लिए कमर कस ली है। पार्टी के आलाअधिकारियों ने फैसला लिया है कि इस चुनाव के लिए कांग्रेस के विधायकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। पार्टी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है। यह ट्रेनिंग खजुराहो में आयोजित की जाएगी। हालांकि कांग्रेस ने अभी तक इसकी तारीखों का खुलासा नहीं किया है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में विधायकों को ट्रेनिंग देकर नगरीय निकाय चुनावों की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
इस चुनाव में लागू रहेंगे नए नियम
बता दें कि प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनावों को कोरोना महामारी को देखते हुए टाल दिया गया था। अब यह चुनाव मार्च-अप्रैल के महीने में प्रस्तावित हैं। इन चुनावों को लेकर कई ऐसे नियम बनाए गए हैं जो पहली बार देखने को मिलेंगे। राज्य चुनाव आयोग ने इस बार नगर निकाय चुनाव के लिए पहली बार ऐसा नया नियम तैयार किया है, जिसके तहत पार्षद प्रत्याशी तय की गई चुनावी खर्च सीमा में खर्च कर सकेंगे। वहीं, प्रत्याशियों को अपनी खर्चे की सारी जानकारी भी आयोग की बातानी होगी। इसके अलावा आयोग ने आबादी के हिसाब से अलग-अलग सीमा तय की है। जहां महानगर में पार्षद कैंडिडेट 8 लाख 75 हजार रुपए, नगर पंचायत चुनाव में इस खर्च की लिमिट 75 हजार रुपए रखी गई है। अगर इसके बावजूद भी कोई कैंडिडेट खर्चे की गलत जानकारी देता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के अलावा उसे अयोग्य भी किया जाएगा। इन चुनावों को लेकर संभावित प्रत्याशियों ने अपना प्रचार भी शुरू कर दिया है।