Congress President Sonia Gandhi Birthday: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज 74 साल की हो गई हैं। हालांकि इस बार कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में उन्होंने अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला लिया है। वहीं जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोनिया गांधी को बधाई दी और उनके लंबी उम्र की कामना की। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, सोनिया गांधी जी को जन्मदिन की बधाई। भगवान उन्हें लंबे और स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद दें।
Birthday greetings to Smt. Sonia Gandhi Ji. May God bless her with a long and healthy life.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 9, 2020
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी जी को जन्मदिन पर शुभकामनाएं।’
कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी को जन्मदिन पर शुभकामनाएं!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 9, 2020
कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से वीडियो शेयर कर सोनिया गांधी को बधाई दी है। कांग्रेस ने लिखा, ‘सोनिया गांधी जी के त्याग, बलिदान और समर्पण ने सिर्फ कांग्रेस पार्टी को ही नहीं बल्कि पूरे देश को राह दिखा कर आगे बढ़ाया’
श्रीमती सोनिया गांधी जी के त्याग, बलिदान और समर्पण ने सिर्फ कांग्रेस पार्टी को ही नहीं बल्कि पूरे देश को राह दिखा कर आगे बढ़ाया। कांग्रेस अध्यक्षा के पद पर सुशोभित होकर पार्टी को संघर्ष की राह से सत्ता तक पहुंचाया। सोनिया गांधी जी का जीवन प्रेरणादायी है।#HappyBirthdaySoniaGandhi pic.twitter.com/wB8iFNrQ8k
— Congress (@INCIndia) December 9, 2020
सोनिया गांधी का जन्म 9 दिसंबर 1946 को लुसियाना, इटली में हुआ था। सोनिया 1998 से 2017 तक कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष रहीं। इसके बाद राहुल गांधी को अध्यक्ष पद की कमान सौंप दी गई। लेकिन राहुल के नेतृत्व में पार्टी अपने सिमटते दायरों को बढ़ाने में कोई बड़ा कारनामा नहीं दिखा पाई। 2019 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद से सोनिया गांधी ही अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं। एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष नहीं तलाश पाई है।
राजनीति में नहीं आना चाहती थीं सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने 2004 में पार्टी के चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया और धमाकेदार वापसी कर केंद्र में सरकार बनाई। तब सोनिया ने खुद प्रधानमंत्री का पद संभालने से इनकार कर डॉ. मनमोहन सिंह की ताजपोशी का फैसला किया। उनके इस फैसले को आज भी कई सियासी जानकार राजनीतिक मास्टरस्ट्रोक मानते हैं। गौरतलब है कि, 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया राजनीति में नहीं आना चाहती थीं, लेकिन पिर धीरे-धीरे सियासत में उनकी भागीदारी शुरू हुई।