हाइलाइट्स
-
क्या कांग्रेस को गुना में मिल गया है योद्धा
-
दो नामों पर कांग्रेस कर रही है विचार
-
सिंधिया के सामने कांग्रेस के लिए जीत नहीं होगी आसान
Lok Sabha Election 2024: पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का हाल ही में एक बयान काफी चर्चा में रहा, जब उन्होंने कहा कि कोई केपी यादव जैसा ही योद्धा आएगा और बाकी आप समझ जाओ।
उस वक्त सियासी गलियारों में ये सवाल खूब उछला की वो योद्धा कौन होगा, जो सिंधिया को टक्कर देगा। हालांकि अब लगता है कि इसका जवाब मिल गया है।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस को गुना के लिए मजबूत उम्मीदवार मिल गए हैं, जो सिंधिया के सामने चुनावी ताल ठोंक सकते हैं।
एक नहीं दो चेहरों को ढूंढ निकाला
कांग्रेस ने गुना लोकसभा (Lok Sabha Election 2024) सीट पर सिंधिया को टक्कर देने वाले एक नहीं दो चेहरों को ढूंढ निकाला है।
इस सीट पर बने पैनल में दो नाम निकलकर सामने आए हैं। इसमें कांग्रेस नेता हरिवल्लभ शुक्ला और वीरेंद्र रघुवंशी शामिल हैं। चलिए पहले हम आपको इन दोनों दावेदारों के बारे में बता देते हैं।
कौन हैं हरिवल्लभ शुक्ला
हरिवल्लभ शुक्ला पहली बार 1980 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव जीते। कांग्रेस, बीजेपी और बसपा की टिकट पर अब तक 6 बार चुनाव लड़ चुके हैं।
लोकसभा चुनाव 2004 में बीजेपी की टिकट (Lok Sabha Election 2024) पर सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ा था, पर 80 हजार वोटों से हार गए थे।
2020 में कांग्रेस की टिकट पर उपचुनाव लड़ा था। पोहरी सीट पर सुरेश राठखेड़ा से चुनाव हार गए थे।
कौन हैं वीरेंद्र रघुवंशी
वीरेंद्र रघुवंशी 2018 में कोलारस से बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे। 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन की थी।
वह कांग्रेस की ओर से शिवपुरी सीट से दावेदारी ठोक रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
अब 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में गुना सीट के पैनल में उनका नाम है।
संबंधित खबर: Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस CEC की बैठक में 11 में से 5 सीटों पर होगा मंथन
गुना के ये हैं राजनीतिक समीकरण
गुना के वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद भार्गव का मानना है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में सिंधिया के सामने वीरेंद्र रघुवंशी टक्कर देने वाले कैंडिडेट हो सकते हैं, क्योंकि इनकी फाइनेंशियल स्थिति ठीक है।
हरिवल्लभ शुक्ला के साथ ब्राह्मण वोट बैंक है, लेकिन अयोध्या मंदिर स्थापना के बाद ये फैक्टर बहुत ज्यादा काम नहीं करेगा। मोदी लहर की वजह से यहां कांग्रेस की जीत आसान नहीं होगी।
कांग्रेस के लिए जीत आसान नहीं
बहरहाल एमपी की हॉटसीट बनी गुना लोकसभा सीट से कांग्रेस किसे प्रत्याशी घोषित करेगी ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन पिछली हार से सबक लेते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बार मैदान संभाल लिया है।
सिंधिया लगातार गुना के दौरे कर लोगों से मिल रहे हैं। राजनीतिक पंडितों की मानें तो इस बार कांग्रेस के लिए मैदान आसान नहीं रहने वाला है।