मणिपुर। Bharat Jodo Nyay Yatra. मणिपुर के थोबल से कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) की शुरूआत हो गई है। मणिपुर के इंफाल पहुंचने पर राहुल गांधी का जोरदार स्वागत हुआ। आपको बता दें कि ये कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) का दूसरा चरण है।
Shri @RahulGandhi pays tribute at the Khongjom War Memorial.
The complex boasts the world's tallest sword statue, symbolizing the courage of Manipur's freedom fighters against the British Army in 1891. pic.twitter.com/kD1fcMccvs
— Congress (@INCIndia) January 14, 2024
दिल्ली से रवाना हुए कांग्रेस नेता
‘न्याय का हक मिलने तक’ नारा लगाते कांग्रेस नेताओं के काफिले ने जैसे ही राहुल गांधी के साथ दिल्ली से मणिपुर के लिए उड़ान भरी वैसे ही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ (Bharat Jodo Nyay Yatra) की शुरूआत हो गई। राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ये यात्रा मणिपुर से शुरू होकर 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी।
66 दिनों तक चलने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी। इस दौरान राहुल गांधी जगह-जगह रुककर स्थानीय लोगों से संवाद करेंगे और जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।
100 लोकसभा सीटों को कवर करेगी
राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी। ये यात्रा 110 जिलो, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। इस दौरान राहुल गांधी 6713 किलोमीटर का लंबा दायरा कवर करेंगे।
ये यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र के मुंबई पहुंचेगी और यहीं यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) का समापन होगा।
एमपी-सीजी में गुजारेंगे इतने दिन
आपको बता दें कि ये यात्रा मणिपुर में 1 दिन में चार जिलों में 107 किमी चलेगी। छत्तीसगढ़ में ये यात्रा पांच दिनों में सात जिलों में 536 किमी चलेगी। वहीं मध्य प्रदेश में यात्रा सात दिन में 9 जिलों में 698 किमी चलेगी।
मणिपुर को क्यों चुना?
भारत जोड़ो यात्रा 2.0 की शुरूआत के लिए मणिपुर चुनने की वजह सिर्फ राजनीतिक नहीं है। दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) दक्षिण से शुरू हो कर उत्तर में खत्म हुई थी। इसलिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा पूर्व से पश्चिम करने का फैसला लिया गया। दूसरी यात्रा के लिए राहुल गांधी के पास दो ऑप्शन थे। पहला यह कि ये यात्रा अरुणाचल प्रदेश के परशुराम कुंड से शुरू हो, जो रुद्राक्ष के पेड़ों से घिरा हुआ है। जिससे आसानी से राहुल की शिवभक्ति से कनेक्ट किया जा सकता था।
राहुल ने चुना दूसरा ऑप्शन
हालांकि राहुल गांधी ने दूसरा ऑप्शन चुनते हुए मणिपुर से इस यात्रा को शुरू करने का फैसला किया। दरअसल कांग्रेस और राहुल गांधी मणिपुर दंगों के बाद से मोदी सरकार के साथ उनके डबल इंजन की सरकार के दावे पर जोरदार सियासी हमला करना चाहते हैं। इसलिए यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) की शुरूआत के लिए मणिपुर को चुना गया है।
हमलावर हुई बीजेपी
राहुल गांधी, भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाले और इस पर सियासत ना हो ये तो हो ही नहीं सकता। पूर्व केंद्रीय और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने बयान दिया कि राहुल गांधी को सीरियसली नहीं लेता है। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी इस यात्रा को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
लोकसभा में बढ़ेंगी कांग्रेस की सीट ?
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आम लोगों के बीच काफी प्रचलित हो चुकी है। इसलिए 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस यात्रा को न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) का नाम दिया गया है। ये नाम इसलिए दिया गया है कि ताकि इस यात्रा को जनता की उम्मीदों को न्याय दिलाने के लिहाज से जोड़ा जा सके। भले ही पार्टी इसे राजनीतिक यात्रा कहने से बच रही हो, लेकिन न्याय यात्रा नाम रखकर वह जनता के बीच सियासी संदेश लेकर ही जा रही है।
इस यात्रा से कांग्रेस की नजर लोकसभा चुनाव में अपना वोट शेयर बढ़ाने पर होगी। साथ ही कांग्रे 2019 के प्रर्दशन में सुधार भी करना चाहेगी।
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