हाइलाइट्स
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भोपाल-रीवा रूट पर क्लोन ट्रेन प्रारंभ
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वेटिंग टिकट की टेंशन जाओ भूल
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भारतीय रेलवे का ये है नया प्लान
Indian Railways Confirm Ticket Rules: हमारे देश में यात्रा करने का सबसे अच्छा और सस्ता साधन ट्रेन है। लाखों यात्री हर दिन इससे ट्रैवल करते हैं। कई बार त्योहारों और छुट्टियों के सीजन में कंफर्म ट्रेन टिकट पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।
लेकिन बहुत जल्द ट्रेनों में वेटिंग टिकट की झिकझिक खत्म होने वाली है। रेलवे ने कहा कि बहुत जल्द ट्रेनों में सभी को कंफर्म टिकट मिलेगी। रेलवे ट्रेनों में सीटों की डिमांड और सप्लाई के अंतर को पूरा करने के लिए लगातार काम कर रही है।
दिसंबर तक सबको मिलेगी कंफर्म टिकट
सभी को कन्फर्म टिकट की शुरुआत का पहला चरण इसी साल दिसंबर से होगा। इसके लिए पांच चुनिंदा रूट्स पर 500 किमी दूरी के लिए सामान्य ट्रेनों में कन्फर्म टिकट की उपलब्धता 90% तक सुनिश्चित हो जाएगी। इसका विवरण रेलवे के सुपर ऐप से लोगों को मिल सकेगा। हालांकि ये पांच रूट्स कौन से होंगे, इस पर अभी मंथन चल रहा है।
भोपाल से रीवा के लिए चलेगी ‘क्लोन ट्रेनें’
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार, 2 अगस्त को भोपाल-रीवा के मध्य नई एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में भोपाल से रीवा के मध्य वंदे भारत रीवा-रानी कमलापति और रेवांचल एक्सप्रेस संचालित हो रही हैं। रेवांचल एक्सप्रेस में कई महीनों तक वेटिंग रहती है, जिससे यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
वहीं वंदे भारत रीवा-रानी कमलापति का किराया अधिक है और साथ ही समय का सही तालमेल भी नहीं है। इस वजह से जबलपुर, रीवा, सतना सहित मैहर जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
नई सुपरफास्ट एक्सप्रेस रेल सेवा भोपाल और रीवा के बीच यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू गई है। यह ट्रेन प्रत्येक शुक्रवार और रविवार को भोपाल से तथा शनिवार और सोमवार को रीवा से चलेगी।
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क्या होती है ‘क्लोन ट्रेनें’
रेलवे ‘क्लोन ट्रेनें’ (Clone Train Scheme of Indian Railway) चलाता है ताकि वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को तकलीफ न हो। ये क्लोन ट्रेनें उन रूटों पर चलाई जाती है, जहां यात्रियों का लोड ज़्यादा होता है। ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट (Train Waiting List) को लगातार मॉनिटर किया जाता है और उसके बाद क्लोन ट्रेन चलाई जाती है।
रेलवे बना रहा है सुपर ऐप
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसके पहले बताया कि हम रेलवे के लिए सुपर ऐप बनाने जा रहे हैं, जिसमें रेलवे से जुड़ी जितनी भी सुविधाएं हैं। जैसे आपको देखना है कि कौन सी ट्रेन कहां से कहां जा रही है, टिकट लेना हो, रिजर्व या अनरिजर्व हो।
रिजर्व हो तो IRCTC का उपयोग करके और अनरिजर्व हो तो लाइन में लगना ना पड़े। इन्हीं सभी बातों को ध्यान में रखकर एक सुपर ऐप बनाने जा रहे हैं। जिससे आपकी जिंदगी में रेलवे का एक नया एक्सपीरियंस हो। इस ऐप को बनाने में करीब 4 से 5 महीने लग सकते हैं।
भारतीय रेलवे का ये है प्लान
भारतीय रेलवे को चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 4,485 नॉन एसी कोच तैयार करने का प्लान है। अगले वित्त वर्ष 2025-26 में भी 5,444 नॉन एसी कोच बनाए जाएंगे।
कोचों को जोड़ने के बाद ट्रेनों में 72,000 सीटों की संख्या बढ़ जाएगी, जिससे वेटिंग टिकट की समस्या भी खत्म हो सकती है।
इसके अलावा रेलवे ने 5,300 जनरल कोच लगाने की भी तैयारी कर ली है। इसका फायदा बिना रिजर्वेशन चलने वालों को यात्रियों को होगा।