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MP NEWS: कलेक्टरों की परफॉर्मेंस पर मोहन सरकार की सख्त नजर, अब 400 पैरामीटर पर होगी रेटिंग, हटेगा कॉल सेंटर फीडबैक

MP Collectors Performance:  मध्य प्रदेश सरकार ने कलेक्टरों की कार्यक्षमता का मूल्यांकन करने के लिए 400 से अधिक पैरामीटर पर आधारित नया रेटिंग सिस्टम लागू करने की घोषणा की है। इस प्रणाली में कॉल सेंटर फीडबैक की बजाय डायनेमिक पैरामीटर का उपयोग किया जाएगा।

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Vikram Jain
MP NEWS: कलेक्टरों की परफॉर्मेंस पर मोहन सरकार की सख्त नजर, अब 400 पैरामीटर पर होगी रेटिंग, हटेगा कॉल सेंटर फीडबैक

हाइलाइट्स

  • कलेक्टर्स की परफॉर्मेंस पर सीएम मोहन की नजर
  • अब 400 से ज्यादा पैरामीटर पर होगी रेटिंग
  • दो महीने में नए पैरामीटर तय कर हर महीने होगी रेटिंग
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MP Collectors Performance: मध्य प्रदेश सरकार ने कलेक्टरों की कार्यक्षमता का मूल्यांकन करने के लिए एक नया और सख्त रेटिंग सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस प्रणाली की घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम प्रशासनिक सुधार और पारदर्शिता की दिशा में महत्वपूर्ण होगा।

एमपी में अब पावरफुल होगा रेटिंग सिस्टम

दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कलेक्टरों के परफॉर्मेंस को लेकर एक्शन में है। जिसको लेकर सरकार ने कलेक्टरों के काम की रेटिंग करने का फैसला लिया है। अब रेटिंग सिस्टम और भी पावरफुल होगा। कलेक्टरों की परफॉर्मेंस का आंकलन 400 से ज्यादा पैरामीटर के आधार पर किया जाएगा। यह रेटिंग सरकार की प्राथमिकताओं पर आधारित होगी।

अब कॉल सेंटर फीडबैक से नहीं होगी रेटिंग

इससे पहले परफार्मेंस रेटिंग स्टेट कॉल सेंटर से मिले फीडबैक के आधार पर होती थी, लेकिन अब लेकिन अब इसमें बदलाव किया जा रहा है। अब कॉल सेंटर फीडबैक सिस्टम को हटाया जाएगा। दरअसल, कॉल सेंटर से कॉल के माध्यम लिए गए फीडबैक में अच्छा काम करने वाले कई कलेक्टरों की रेटिंग कमजोर आई थी। इस वजह से भी इसमें बदलाव किए जा रहे हैं।

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कलेक्टर ने ली थी कलेक्टरों की मीटिंग

दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मई में सभी 55 जिलों के कलेक्टरों के साथ समाधान ऑनलाइन की बैठक की थी, जिसमें सीएम ने सभी कलेक्टरों को चौंकाते हुए कहा था कि उनके पास सबकी परफॉर्मेंस रिपोर्ट है, लेकिन इस बार इसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। अब सरकार जिलों की ग्रेडिंग का काम करा रही है, ताकि जरीए सही रिपोर्ट मिल सके। कलेक्टरों के तबादलों पर नियंत्रण करने के बाद अब सरकार का फोकस उनके काम की रेटिंग है।

400 पैरामीटर पर आधारित होगी रेटिंग

नया रेटिंग सिस्टम के नियमों के तहत परफॉर्मेंस तय करने के लिए पैरामीटर तय किए गए हैं। अब कलेक्टरों की रेटिंग 400 से ज्यादा पैरामीटर पर आधारित होगी। योजनाओं को लागू करने के लिए परफॉर्मेंस इंडिकेटर तय किए गए हैं। इस प्रणाली में 400 से अधिक पैरामीटर पर आधारित मूल्यांकन किया जाएगा, जिसमें योजनाओं की प्रभावशीलता, नागरिकों की संतुष्टि, और प्रशासनिक दक्षता जैसे पहलुओं को शामिल किया जाएगा। डायनामिक पैरामीटर भी रेटिंग तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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सटीक और वास्तविक मूल्यांकन संभव!

इस नए सिस्टम में कॉल सेंटर फीडबैक की बजाय डायनेमिक पैरामीटर का उपयोग किया जाएगा, जिससे अधिक सटीक और वास्तविक मूल्यांकन संभव होगा। सीएम ने कहा कि सरकार इसको लेकर फॉर्मूला सरकार बदलेगी, दो महीने में नए पैरामीटर तय कर हर महीने कलेक्टरों की रेटिंग की जाएगी। सीएम ने कहा कि पुराने रेटिंग सिस्टम में कई खामियां थीं, जिन्हें सुधारने के लिए नया सिस्टम लागू किया जा रहा है।

शासन की प्राथमिकताओं का समावेश

नए रेटिंग सिस्टम में शासन की प्राथमिकताओं को भी ध्यान में रखा जाएगा। उदाहरण के लिए, गर्मी में गेहूं की खरीदी, जून में स्कूल और कॉलेज में प्रवेश, बारिश के दौरान बाढ़ व राहत के इंतजाम, त्योहारों के समय कानून व्यवस्था, उद्योग वर्ष में उद्योग लगाने के लिए भूमि आवंटन और अन्य कार्यों में तेजी लाने जैसे पैरामीटर भी प्रभावी माने जाएंगे।

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Bhopal Cyber Fraud: ATM कार्ड क्लोनिंग से ठगी, साइबर ठगों ने पूर्व MLA के खाते से उड़ाए लाखों रुपए, बैंक को भनक तक नहीं

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Bhopal Cyber Fraud: इस डिजिटल दुनिया में साइबर फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है, इसके साथ ही राजधानी भोपाल में साइबर ठगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। आम लोगों के साथ-साथ अब बड़े राजनीतिक चेहरे भी इन शातिर ठगों निशाने पर हैं। भोपाल से फिर एक ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां भोजपुर विधानसभा के पूर्व विधायक रामकिशन सिंह चौहान साइबर ठगी का शिकार बन गए। ठगों ने उनके एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर खाते से 6 लाख 83 हजार रुपए उड़ा लिए। ठगी का सारा खेल 2 फरवरी से 1 मई के बीच किया गया। बड़ी बात यह कि पूर्व विधायक चौहान भोपाल में साइबर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी के चाचा हैं। खबर को पूरा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें….

 

 

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