वाराणसी। आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तहत आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां कहा कि जनजातीय समाज भारत की संपदा का रक्षक रहा है और उसने देश के अनमोल रत्नों की रक्षा को निरंतर कार्य किया। यहां गिरिजादेवी सांस्कृतिक संकुल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में जनजातीय गौरव दिवस भव्यता व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है।
योगी ने कहा, “महानता का कारक व्यक्ति का कार्य होता है। 25 वर्ष की आयु में स्वाधीनता, जनजाति के उत्थान के लिए उन्होंने अपना जीवन बलिदान दिया। अंग्रेजों की कुटिलता का शिकार हुए। यह बलिदान, त्याग भारत की स्वाधीनता का मंत्र बन गया और देखते-देखते फिर 47 वर्ष से कम अवधि में भारत को स्वाधीनता हासिल हो गई। स्वाधीनता का तात्पर्य है कि हम अपने अनुसार नीतियां बनाकर समाज के सम्मान व स्वावलंबन हेतु कार्यक्रमों को बढ़ाएं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जनजाति उत्थान के कार्य कर रही है, वन्य गांवों को राजस्व गांव की मान्यता दी जा रही है। सरकार जनजातियों के लोगों को जमीन पट्टा, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड व रोजगार से जोड़ने का काम कर रही है।