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CM Yogi Gorakhpur Ethanol Plant Inauguration
रिपोर्ट- अंकित श्रीवास्तव, गोरखपुर
CM Yogi Gorakhpur Ethanol Plant Inauguration 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) क्षेत्र में स्थापित केयान डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड के एथेनॉल प्लांट का लोकार्पण किया। यह प्लांट 1200 करोड़ के निवेश से तैयार हुआ है और इसका लक्ष्य गोरखपुर को एथेनॉल उत्पादन का राष्ट्रीय हब बनाना है।
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CM Yogi Gorakhpur Ethanol Plant Inauguration 2025[/caption]
ग्रीन फ्यूल की ओर बड़ा कदम
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने स्पष्ट किया कि यह डिस्टलरी कोई पारंपरिक शराब फैक्ट्री नहीं, बल्कि अनाज आधारित एथेनॉल उत्पादन का अत्याधुनिक प्लांट है। यहां चावल और मक्का जैसे कृषि उत्पादों से एथेनॉल तैयार किया जाएगा। प्रथम चरण में इसकी उत्पादन क्षमता 3 लाख लीटर प्रतिदिन है, जिसे अगले चरणों में बढ़ाकर 10 लाख लीटर प्रतिदिन तक किया जाएगा।
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CM Yogi Gorakhpur Ethanol Plant Inauguration 2025[/caption]
CM योगी आदित्यनाथ का संबोधन
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई युवाओं को नियुक्ति पत्र भी सौंपे। उन्होंने कहा कि यह उद्योग न केवल स्थानीय युवाओं को रोजगार देगा, बल्कि किसानों की आय भी बढ़ाएगा।
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CM Yogi Gorakhpur Ethanol Plant Inauguration 2025[/caption]
CM योगी ने कहा, “भारत हर साल 7 से 8 लाख करोड़ रुपये डीजल-पेट्रोल आयात पर खर्च करता है। अगर हम किसानों की उपज से एथेनॉल बना सकें, तो विदेशी मुद्रा की बचत होगी, किसान समृद्ध होगा और देश आत्मनिर्भर बनेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि एथेनॉल अब सिर्फ कारों में नहीं, बल्कि एयरक्राफ्ट फ्यूल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। यह ऊर्जा क्रांति का प्रतीक है, जिससे कृषि, पर्यावरण और उद्योग – तीनों को समान रूप से लाभ मिलेगा।
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सीएम योगी आदित्यनाथ[/caption]
पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ज़ोर
CM ने उद्योगों से आग्रह किया कि वे जीरो लिक्विड डिसचार्ज (ZLD) जैसे मानकों को अपनाएं और अपने प्लांट्स में सोलर पैनल, वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम और ग्रीन एनर्जी तकनीकों का उपयोग करें। CM योगी ने कहा, “हमें धरती माता और नदियों की सेहत का भी ध्यान रखना है। टेक्नोलॉजी का समुचित उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण को भी साथ लेकर चलना है।”
गोरखपुर को मिलेगा इकोनॉमी बूस्ट
केयान डिस्टलरी प्रोजेक्ट से:
- हजारों स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा
- किसानों को नई फसल की खपत का रास्ता मिलेगा
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा मजबूत आधार
- रिन्यूएबल एनर्जी मिशन को मिलेगा बढ़ावा
इस प्लांट के जरिए उत्तर प्रदेश देश के उन राज्यों की सूची में शामिल होगा, जो इंडस्ट्री और पर्यावरण के संतुलन के साथ विकास कर रहे हैं।
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