हाइलाइट्स
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सीएम मोहन यादव का उज्जैन दौरा
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सीएम मोहन ने शिप्रा में लगाई डुबकी
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सीएम ने बिना नाम लिए महेश परमार पर साधा निशाना
CM Mohan In Ujjain: मुख्यमंत्री मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने शिप्रा में डुबकी लगाई। एक तरह से सीएम ने महेश परमार के शिप्रा की सफाई को लेकर उठाए सवालों का जवाब दिया। सीएम ने आचमन के बाद कहा कि उज्जैन की पहचान मां शिप्रा से है। हमारी परंपरा है स्नान के बाद तीर्थ की महत्ता बढ़ाएं, लेकिन बड़ा दुख होता है कि कुछ लोग मां शिप्रा पर प्रश्न करते हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने लगाया था आरोप
उज्जैन लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने 23 अप्रैल को शिप्रा में मिल रहे गंदे पानी से आचमन करके सरकार पर आरोप लगाए थे। उन्होंने शिप्रा में डुबकी लगाकर कहा था कि पिछले 20 साल से मध्यप्रदेश में और 10 साल से देश में भाजपा की सरकार है। धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले लोग कहां हैं ? 40-50 लाख इंदौरवासियों का मल-मूत्र रोज इसमें मिलता है।
महेश ने कहा था- शिप्रा को शुद्ध नहीं कर पाए सीएम
महेश परमार ने कहा था कि शिप्रा मां अशुद्ध हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने शिप्रा मां को शुद्ध करने की शपथ ली थी। टिकट मिलने पर डुबकी लगाई थी। 600-1000 करोड़ खर्च हो गए। बात सनातन, महाकाल और श्रीराम की करते हैं, मां शिप्रा को शुद्ध नहीं कर पाए।
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सीएम मोहन ने बिना नाम लिए दिया जवाब
सीएम मोहन यादव ने बिना नाम लिए कहा कि सभी जानते हैं कि मां का तट है, इसकी पवित्रता बनाई रखनी चाहिए। शिप्रा का पानी हरा-भरा है, मई के महीने में भी पानी है। नदी में स्नान करने का आनंद ही अलग है। उज्जैन में हमारी सरकार द्वारा किए गए काम के कारण पूरे साल नदी का जल मिल रहा है, मुझे इस बात का संतोष है। आज से 20 साल पहले यहां नवंबर-दिसंबर के बाद शिप्रा का पानी नहीं मिलता था।