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MPPSC News: शिवराज की परंपरा पर लगा ब्रेक,सीएम बोले- राष्ट्रगान की तुलना मप्र गान से ठीक नहीं, सिर्फ राष्ट्रगान के लिए खड़े होना चाहिए

MPPSC News: सिविल सेवा में चयनित अधिकारियों को CM मोहन यादव ने बांटे नियुक्ति पत्र, शिवराज की परम्परा पर लगाया ब्रेक।

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Bansal news
MPPSC News: शिवराज की परंपरा पर लगा ब्रेक,सीएम बोले- राष्ट्रगान की तुलना मप्र गान से ठीक नहीं, सिर्फ राष्ट्रगान के लिए खड़े होना चाहिए

MPPSC News: भोपाल के रवींन्द्र भवन में आज मध्यप्रदेश सिविल सेवा के साल 2019-20 में चयनित अधिकारियों CM यादव ने नियुक्त पत्र बांटे। कार्यक्रम में CM ने कहा, कि ये नियुक्ति पत्र नहीं है, विश्वास का पत्र है। आपका अंतिम पड़ाव नहीं है, आगे परीक्षा देते रहिए। शासन की मंजूरी की ज़रूरत होगी तो मैं दूंगा। अपने अंदर की ऊर्जा का सही प्रयोग करते रहें, मिलने वाली चुनौतियों से पार पाना सीखें। टेक्नोलॉजी फ़्रेंडली बने नवाचार करते रहें।

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स्कूल शिक्षा के परीक्षार्थियोंसे कहा

स्कूल शिक्षा के चयनित परीक्षार्थियों से CM ने कहा, कि बोर्ड परीक्षा में पास होने पर सर्टिफिकेट मिलता है। शंकराचार्य प्रणाली से उज्जैन में गुरुकुल में पढ़ाई होती है। 100 में से 100 नंबर मिलने पर ही पास होते हैं।

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शिवराज सिंह की परंपरा पर ब्रेक

कार्यक्रम में मध्यप्रदेश गान बज रहा था, इस पर वहां मौजूद कई कर्मचारी खड़े हो गए थे। सीएम मोहन यादव ने मध्यप्रदेश गान पर खड़े होने को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि- 'राज्य गीत, संस्थाओं के गीत पर खड़े होना समझ से परे' है। कोई भी अपना गीत और गान बना लेता है, हमें सिर्फ राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत पर ही खड़े होना चाहिए।

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आपको बता दें कि जुलाई 2011 में तत्कालीन शिवराज सरकार ने एक अध्यादेश जारी कर सभी सरकारी कार्यक्रमों में 'मध्यप्रदेश गान'को गाना अनिवार्य किया था। साल 2019 में सत्ता में आई कमलनाथ सरकार ने इस गान को सरकारी कार्यक्रमों बंद करने का ऐलान किया था। राजनीतिक जानकारों की मानें तो उस वक्त शिवराज ने मध्यप्रदेश गान को प्रचारित करने के लिए ये फैसला लिया था। अब सीएम मोहन के इस गान पर सवाल उठाने से शिवराज का क्या रिएक्शन आता है, ये देखने वाली बात होगी।

सिंगरौली SDM का दिया उदाहरण

चयनित अधिकारियों ने CM मोहन यादव से सवाल किए। एक सवाल के जवाब में CM ने सिंगरौली जिले की चितरंगी तहसील के SDM का उदाहरण दिया। कहा, कि आज में इस कार्यक्रम में आने से पहले बड़ा निर्णय लेकर आ रहा हूं। सिंगरौली SDM महिला से जूते के लेस बंधवा रहे थे। मैंने उन्हें तत्काल निर्देश देते हुए हटा दिया है। वो तो गनीमत है, कि मैने उन्हें सस्पेंड नहीं किया। उनके इस शर्मनाक काम से समाज में संदेश सही नहीं गया। अगर आपकी तबियत सही नहीं है, तो अवकाश ले लेना चाहिए।

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स्ट्रेस प्रबधंन के सवाल पर बोले 

स्ट्रेस प्रबधंन के सवाल पर सीएम मोहन यादव ने कहा, कि कॉलेज के समय MPPSC चैयरमेन ने पद का ऑफर दिया था। मेरे से कहा मैं तुम्हे डिप्टी कलेक्टर तो बना ही सकता हूं। तब मैंने कहा था, कि मेरे नीचे IAS काम करेंगे। कभी भी नौकरी में सब कुछ हो सकता है। आगे कहा कि काम बिल्कुल करें, और  जहाँ हमारा आत्मविश्वास हो वहीं काम करें। परीक्षा दें तो डूबकर तैयारी कर के ही दें। अपनी जड़ों को ना काटें। जीवन में कभी भी पद का अहंकार ना करें।

मोदी की गारंटी पर बोले CM

सीएम ने कहा, कि आप मोदी की गारंटी सुन लीजिए। आपके सपने पूरा करना मेरी गारंटी है। आपके लिए ड्रोन से स्पेस तक के रास्ते खोले हैं। मुद्रा लोन के ज़रिए आप लोन लीजिए, बैंक गारंटी मोदी देंगे। सीएम मोहन यादव से चयनित ने संवाद करते हुए दिनचर्या को लेकर सवाल पूछा तो जवाब में CM ने कहा जो काम मिला हो उसे पूरी निष्ठा से करें।

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