CM Mohan Yadav: सीएम मोहन यादव आज राजस्थान के झालावाड़ा दौरे पहुंचे थे। यहां वे जैन मुनि प्रज्ञा सागर जी महाराज के 52वें जन्म जयंती महोत्सव में शामिल हुए। मोहन यादव का महोत्सव कार्यक्रम के मंच पर पहुंचते ही संत प्रज्ञा सागर जी महाराज ने आशीर्वचन के साथ उद्बोधन से अभिनंदन किया और सीएम मोहन यादव ने भी प्रसिद्ध जैन संत प्रज्ञा सागर जी महाराज को दंडवत कर उनका आशीर्वाद लिया।
यादव कुल से जैनों का खास संबंध
महोत्सव के दौरान आयोजकों ने सीएम मोहन यादव को शाल और श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध जैन संत प्रज्ञा सागर जी महाराज ने भी अपने उद्बोधन के दौरान मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव के साथ उनके आत्मिक संबंधों के बारे में मंच से सभी को बताया। जैन संत ने कहा कि सीएम मोहन यादव भी यदुवंशी हैं और भगवान नेमिनाथ जी भी यदुवंशी थे। वहीं मोहन यादव उज्जैन शहर में निवास करते हैं, इस शहर के नाम में भी जैन शब्द जुड़ा हुआ है।
2 साल पहले दिया था मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद
प्रज्ञा सागर जी महाराज वही जैन मुनि हैं. जिन्होंने सीएम मोहन यादव को 2 साल पहले मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया था। बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री मोहन यादव दो बार महाराष्ट्र में जयंती समारोह में शामिल हो चुके हैं।
हम सभी इस लोक में रहकर भी आचार्य 108 श्री प्रज्ञासागर जी महाराज तथा इनके जैसे संतों के दर्शन तथा आशीर्वाद से स्वर्ग का आनंद प्राप्त कर सकते हैं। #DrMohanYadav #CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/hzStrxTbj1
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 1, 2024
इस दौरान सीएम मोहन यादव ने कहा कि हम सभी इस लोक में रहकर भी आचार्य 108 श्री प्रज्ञासागर जी महाराज तथा इनके जैसे संतों के दर्शन तथा आशीर्वाद से स्वर्ग का आनंद प्राप्त कर सकते हैं। मनुष्य अच्छा पहनावे और रहन-सहन के लिए अपना पूरा जीवन लगा देता है, लेकिन संत प्रज्ञा सागर जी ने तो आकाश को ही अपना पहनावा बनाया और दिगंबर बने हैं. संत प्रज्ञा सागर जी की उज्जैन में तपोभूमि आश्रम है, जहां जाकर वे आशीर्वाद लेते रहते हैं. संत प्रज्ञा सागर जी से खुद के शरीर को तपा कर कुंदन बनने की सीख लेनी चाहिए