CM Mohan In Action Mode: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एक्शन मोड में है। सीएम ने सोमवार (28 अक्टूबर) की देर रात हेल्पलाइन ऑनलाइन की समीक्षा बैठक (CM Mohan In Action Mode) में अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई।
शिकायत के बाद सीएम ने 11 अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। रायसेन जिले में एक व्यक्ति ने बिजली बिलों में गड़बड़ी की शिकायत की, जिस पर मुख्यमंत्री ने विद्युत वितरण कंपनी के जनरल मैनेजर को को निलंबित कर दिया।
कारण बताओ नोटिस जारी
खंडवा जिले में एक लड़की की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं की गई. जिसको लेकर शिकायत की गई थी। सीएम को सब-इंस्पेक्टर के निलंबित (CM Mohan In Action Mode) किए जाने की जानकारी दी गई। एसडीओपी-टीआई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। एएसपी को जांच सौंपी गई, और बच्ची को बरामद कर उसके परिवार को सौंप दिया गया।
सीएम ने कहा कि राज्य में ऐसे मामलों को सुलझाने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। झाबुआ में कपिलधारा कूप निर्माण योजना के भुगतान में देरी पर पंचायत सचिव को निलंबित (CM Mohan In Action Mode) कर दिया गया है। सीईओ और लेखाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर की लगाई क्लास
- वीसी के दौरान बीच में नहीं बैठने पर सीएम ने बालाघाट कलेक्टर को फटकार लगाई, पहले वीसी में आईजी और डीआइजी बैठते थे, इस पर सीएम ने कहा- बीच में कौन बैठा है? आईजी को हटाएं, आप प्रशासनिक अधिकारी हो बीच में आप बैठो।
- छात्रवृत्ति समय पर नहीं देने पर सीएम ने अशोकनगर कलेक्टर को जमकर फटकार लगाई ।
- सीएम ने अलीराजपुर कलेक्टर से पूछा, दिव्यांगों के मामले का क्या हुआ? कलेक्टर समझाने लगे तो मुख्यमंत्री बोले- ज्यादा मत बोलो। जितना अधिक बोलोगे उतना ज्यादा फसोगे। इसके साथ ही सीएम ने सामाजिक न्याय विभाग के प्रमुख सचिव से कहा- दूसरों की भी सुनिए, आप बस बोलती ही जा रही हैं।
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