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हाइलाइट्स
- मंदसौर में सीएम के हॉट एयर बैलून में आग
- हवा की रफ्तार से बैलून नहीं भर सका उड़ान
- कलेक्टर ने कहा -सुरक्षा में नहीं कोई चूक
MP CM Hot Air Balloon Fire: मध्यप्रदेश के गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के पास हिंगलाज रिसोर्ट में नाइट हाल्ट के बाद 13 सितंबर शनिवार की सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हॉट बैलून में सवार हुए थे। पर हवा की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रतिघंटा होने से बैलून नहीं उड़ सका। हालांकि इसे लेकर पायलट का कहना है कि कपड़ा फायर प्रूफ होता है। इस मामले में मंदसौर कलेक्टर का भी बयान आया है कि सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई चूक नहीं है।
हवा की रफ्तार से नहीं उड़ सका बैलून
गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के पास हिंगलाज रिसोर्ट में नाइट हाल्ट के बाद मुख्यमंत्री सुबह हॉट एयर बैलून में सवार हुए। उनके साथ मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता भी मौजूद थे। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, उस समय हवा की रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटा थी, जबकि सुरक्षित उड़ान के लिए हवा लगभग शून्य होनी चाहिए। तेज हवा के कारण बैलून उड़ान नहीं भर सका।
आग लगने के बाद मचा अफरा तफरी
जब बैलून में गर्म हवा भरी जा रही थी, तभी उसका निचला हिस्सा अचानक झुक गया और आग पकड़ ली। ठीक नीचे मुख्यमंत्री मौजूद थे, जिससे सुरक्षाकर्मी तुरंत अलर्ट हो गए और ट्रॉली को मजबूती से संभाला। कर्मचारियों ने भी तत्परता दिखाते हुए आग को बुझा दिया। किसी को चोट नहीं आई और स्थिति पर तुरंत काबू पा लिया गया।
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क्या कहना है मंदसौर कलेक्टर का
कलेक्टर अदिति गर्ग ने कहा कि एयर बैलून में सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा गया था और मुख्यमंत्री केवल इसे देखने पहुंचे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी तरह की सुरक्षा में चूक नहीं हुई।मुख्यमंत्री केवल एयर बैलून को देखने के लिए गए थे। हॉट एयर बैलून, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, गर्म हवा का गुब्बारा होता है। इसे उड़ान भरने योग्य बनाए रखने के लिए हवा को गर्म किया जाता है, जिससे गुब्बारा ऊपर उठ सके और तैरता रहे। इस पूरी प्रक्रिया में सुरक्षा के सभी मानक पूरी तरह से पालन किए गए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, हॉट एयर बैलून की उड़ान सुबह 6 से 7:30 बजे तक सबसे सुरक्षित होती है, लेकिन इस बार हवा की रफ्तार अपेक्षा से कहीं ज्यादा थी।
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