नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा बुधवार को फोन टैपिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष पेश नहीं हुए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शर्मा से मामले में मंगलवार को पूछताछ की गई थी और उनसे बुधवार को दोबारा पेश होने के लिए कहा गया था। एक अधिकारी ने बताया, ‘‘लोकेश शर्मा ने अपराध शाखा के समक्ष आज पेश नहीं होने का अनुरोध किया है। उन्हें जल्द दोबारा बुलाया जाएगा।’’
शर्मा को राजस्थान में चुनाव आचार संहिता लागू होने के तुरंत बाद सोमवार को अपराध शाखा से नोटिस मिला था। दिल्ली पुलिस ने जोधपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत के आधार पर 25 मार्च, 2021 को शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
शर्मा पर आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी तरीके से टेलीग्राफिक सिग्नल (टेलीफोन पर बातचीत) को रिकार्ड करने के आरोप हैं। शर्मा ने प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था। अदालत ने तीन जून, 2021 को शर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी, जो अब भी जारी है।
अदालत 11 अक्टूबर को अपराध शाखा के आवेदन पर सुनवाई करेगी, जिसमें शर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर रोक संबंधी अंतरिम आदेश को हटाने का अनुरोध किया गया है। शर्मा को हाल ही में राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के ‘‘सेंट्रल वॉर रूम’’ का सह-अध्यक्ष बनाया गया है। शर्मा बीकानेर पश्चिम सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाह रहे हैं।