जयपुर। Rajasthan Coal Crisis राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बढ़ती गर्मी के बीच कोयले की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने पर चिंता जताई और इसे राष्ट्रीय संकट बताते हुए कहा कि लोग एकजुट होकर हालात बेहतर बनाने में सरकार का सहयोग करें।
जानें ट्वीट कर क्या बोले गहलोत
गहलोत ने ट्वीट किया,’ देश के 16 राज्यों में बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है एवं इसके अनुरूप कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है जिसके कारण आवश्यकतानुसार बिजली आपूर्ति संभव नहीं है। यह एक राष्ट्रीय संकट है।’लोगों से सहयोगी की अपील करते हुए गहलोत ने कहा,’ मैं सभी से अपील करता हूं कि इस संकट में एकजुट होकर परिस्थितियों को बेहतर करने में सरकार का साथ दें। अपने निवास या कार्यक्षेत्र के गैर-जरूरी बिजली उपकरणों को बन्द रखें।अपनी प्राथमिकताएं तय कर बिजली का उपयोग जरूरत के मुताबिक करें।
यह एक राष्ट्रीय संकट है। मैं सभी से अपील करता हूं कि इस संकट में एकजुट होकर परिस्थितियों को बेहतर करने में सरकार का साथ दें। अपने निवास या कार्यक्षेत्र के गैर-जरूरी बिजली उपकरणों को बन्द रखें। अपनी प्राथमिकताएं तय कर बिजली का उपयोग जरूरत के मुताबिक करें।
2/4— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 29, 2022
भाजपा कर रही है प्रदर्शन
‘इसके साथ ही गहलोत ने बिजली कटौती के खिलाफ बिजलीघरों पर प्रदर्शन करने के भाजपा के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा,’राजस्थान में प्रदेश भाजपा बिजली घरों पर प्रदर्शन कर इस संकट में चुनौतीपूर्ण कार्य कर रहे बिजली कर्मचारियों को परेशान कर उन पर दबाव बनाने का कार्य कर रही है।’ उन्होंने कहा,’ मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि राज्यों को कोयला उपलब्ध करवाने का काम केन्द्र सरकार का है। क्या प्रदेश भाजपा का दिशाहीन नेतृत्व केन्द्र सरकार से इस बारे में सवाल पूछेगा कि वो मांग के अनुसार कोयला उपलब्ध करवाने में सक्षम क्यों नहीं है जिसके कारण 16 राज्यों में बिजली कटौती की नौबत आई है?’
दिल्ली में भी बिजली कटौती का असर
आपको बताते चलें कि, राजधानी दिल्ली में भी बिजली कटौती का असर देखा जा रहा है जहां पर कोयले की कमी के गहराते संकट के बीच दिल्ली सरकार ने मेट्रो और अस्पतालों समेत कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति को लेकर स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्थिति का आकलन करने के लिए गुरुवार को एक आपातकालीन बैठक की। साथ ही केंद्र को पत्र लिखा और अनुरोध किया कि वह राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करें।