CM bluntly on the issue of irregular employees
बजट में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण पर कोई फैसला न किए जाने से नाराज अनियमित कर्मचारी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के विचार में हैं। जिसे लेकर 12 मार्च को आमसभा का आयोजन भी कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। हो सकता है इस बैठक में किसी तरह के धरना-प्रदर्शन और आंदोलन को लेकर निर्णय लिया जाएगा, लेकिन इसी बीच छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेष बघेल ने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि जब तक डाटा उपलब्ध नहीं होगा तब तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया जा सकेगा।
Regularization of irregular employees
दरअसल, अनियमित कर्मचारियों द्वारा लगातार किए जा रहे आंदोलन के चलते मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि आंदोलन किए जाने को लेकर किसी तरह की मनाही नहीं है, लेकिन जब तक विभागों से मांगी गई जानकारी टेबल पर नहीं आ जाती तब तक कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। सीएम ने बताया कि 24 विभागों की जानकारी आ चुकी है। 24 विभागों की जानकारी आभी आना बाकी है। यह डाटा जब तक टेबल पर नहीं आ जाता तब तक फैसला नहीं लिया जाएगा। यह बयान सीएम ने अनियमित कर्मचारियों द्वारा 12 मार्च को आयोजित की जाने वाली आमसभा को लेक दिया है।
decision of regularization of irregular employees
बता दें कि इससे पहले अनियमित कर्मचारियों की मांगों का मुद्दा बीजेपी विधायकों ने सदन में उठाया है। इस मुद्दे पर विपक्ष स्थगन लाया था। बता दें कि इन दिनों छत्तीसगढ़ में अनियमित कर्मचारियों का मुद्दा भी जोर पकड़े हुए है। जिसके तहत नेता शिवरतन शर्मा ने यह मुद्दा बजट सत्र के दौरान सदन में उठाया। अनियमित कर्मचारियों को नियमति करने का वादा किया गया था, जो अब तक पूरा नहीं किया गया है। जिसके चलते यह सभी कर्मचारी आज आंदोनरत हैं। छत्तीसगढ़ में इन दिनों जगह-जगह प्रदर्शन व अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जा रहा है।
Chhattisgarh, CM Bhupesh Baghel
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