नई दिल्ली। इंडिया-चाइना बार्डर पर सैनिकों की भिड़ंत का मामला सामने आया है. खबर के मुताबिक 3 दिन पहले सिक्कम के नाकूला में चीन की सेना ने बॉर्डर की शांति को भंग करने की कोशिश की थी. और कुछ सैनिक भारतीय धरती की ओर बढ़ने के प्रयास कर रहे थे. इससे पहले की चीन के सैनिक अपनें इरादों को अंजाम दे पाते भारतीय सैनिकों ने रोक लिया. पूर्वी लद्दाख में एलएसी यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तनाव के बीच सिक्किम में ये झड़प देखने को मिली. जानकारी के मुताबिक 3 दिन पहले से ही सिक्किम के नाकूला में चीनी सेना ने बॉर्डर वहां के मौजूदा शांतिपूर्ण हालात बदलने की कोशिश की थी.
तीन दिन पहले हुई इस भिड़ंत में चीन के 20 सैनिक और भारत के 4 जावान घायल हो गए. ये घटना सिक्कम के नाकुला में हुई. भारतीय जवानों ने चाइना की इस हरकत का मुहंतोड़ जवाब दिया लेकिन अभी भी स्थिति तानावपूर्ण बनीं हुई है. भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार भारतीय क्षेत्र के साथ सभी प्वांइट पर मौसम की स्थिति खराब होने के बावजूद कड़ी सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है.
15 घण्टे तक चली दोंनो देशों के बीच बैठक :
सिक्कम के नाकूला में चीन की सेना के बॉर्डर की शांति को भंग करने की कोशिश के बाद दोंनो देशों के बीच हालात तनावपूर्ण हैं. इसी को लेकर पूर्वी लद्दाख के मोल्डो में भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच कल 9वें दौर की बातचीत की गई.15 घंटे तक चलने वाली इस बैठक का निष्कर्ष अभी सामने नहीं आया. इस बातचीत में भारत ने चाइना से एलएलसी पर तनाव कम करने की अपील की है. चाइना के 20 सैनिकों को मौके पर परास्त कर के भारत के जवानों ने बता दिया है कि भारत के हौसलें बुलंद हैं. दो दिन पहले भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने भी कहा था कि “अगर वे (चीन) आक्रामक हो सकते हैं, तो हम भी आक्रामक हो जाएंगे. किसी भी घटना से निपटने के लिए हमारे पास पूरी तैयारी है.”