जयपुर। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने जन-स्वास्थ्य को देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि स्वास्थ्य को विकास से जोड़ने की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले के सालों में चिकित्सा क्षेत्र को स्वास्थ्य से नहीं जोड़ा गया, स्वास्थ्य को विकास से नहीं जोड़ा गया। स्वास्थ्य को विकास से जोड़ने की शुरूआत मोदी ने गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में की थी।’’
आज राजस्थान में PM @NarendraModi जी ने 4 नए मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास व CIPET: पेट्रोकेमिकल प्रौद्योगिकी संस्थान का लोकार्पण किया।
इस कार्यक्रम में भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इन नए मेडिकल कॉलेज व CIPET संस्थान से वहां के युवाओं को अच्छी चिकित्सा शिक्षा एवं रोज़गार मिलेगा। pic.twitter.com/6IzCSqif2T
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) September 30, 2021
मांडविया राजस्थान में चार नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखने के लिए आयोजित कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो बदलाव हो रहा है वह देश को आगे बढ़ाने के लिए, देश की प्रगति के लिए है। जैसा कि मैंने शुरू में कहा, स्वास्थ्य को विकास से जोड़ना बहुत बड़ी बात है, यह प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी कल्पना, बड़ा विचार है।’
मांडविया ने कहा, ‘‘जब देश के नागरिक स्वस्थ नहीं होते तब समाज स्वस्थ नहीं होता, और जब समाज स्वस्थ नहीं होता तब राष्ट्र स्वस्थ नहीं हो सकता। यह सोच आज से 20 साल पहले गुजरात में मा अमृतम योजना के जरिए शुरू की गई थी और इसका फल देश के नागरिकों को मिल रहा है।’’
मांडविया ने कहा कि देश भर में आज 40 से अधिक पेट्रोरसायन प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) आत्मनिर्भर हैं, वे अपनी आयु खुद अर्जित करते हैं और एक साल में एक लाख विद्यार्थियों को अलग अलग अवधि की शिक्षा देते हैं। उनमें से 95 प्रतिशत लोगों को रोजगार मिल जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राजस्थान के बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिलों में चार नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला, वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से रखी।इसके साथ ही मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सिपेट (सीआईपीईटी): पेट्रोरसायन प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर का उद्घाटन भी किया।