कोरिया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली द्वारा शुक्रवार को कोरिया जिले में जन सुनवाई की गई। आयोग की सदस्य डॉ दिव्या गुप्ता ने जन सुनवाई की।
जिसमें बाल अधिकारों के उल्लंघन एवं उनके हनन संबंधित मामलों की जांच की गई एवं शासन–प्रशासन स्तर पर निराकरण किया गया।आयोग के खण्डपीठ एवं शिविर का आयोजन जिला पंचायत कोरिया के सभाकक्ष में किया गया।
शिकायतों की हुई जांच
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ दिव्या गुप्ता ने जिला पंचायत कोरिया के सभाकक्ष में जिले के चिन्हित असुरक्षित परिवार और अति संवेदनशील बच्चों को शासकीय योजनाओं से जोड़ने तथा कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले बच्चे एवं परिवार, बाल अधिकारों के उल्लंघन एवं उनके हनन संबंधित मामलों, शिकायतों की जांच एवं सुनवाई की।
साथ ही शिकायतों के निराकरण के लिये आयोग के खण्डपीठ द्वारा बेंच का आयोजन किया गया। जिसमें राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य आशा संतोष यादव, जिला पंचायत सीईओ आशुतोष चतुर्वेदी शामिल थे।
आयोग की सदस्य डॉ दिव्या गुप्ता ने कहा कि नए उदयमान भारत के जन्म के लिए नवीन पीढ़ी की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। सभी अधिकारी अपने दायित्वों के प्रति सजग रहकर कर्तव्यों का निर्वहन करें, ताकि बच्चों के जीवन में बदलाव ला सकें।
सभा में आए 300 आवेदन
बेंच में मुख्य रूप से बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक सहायता, बाल स्वराज, आयुष्मान कार्ड निर्माण, आधार कार्ड निर्माण, बैंक खाता निर्माण तथा इत्यादि से संबंधित समस्याओं के प्रकरणों की सुनवाई की गई। इस दौरान लगभग 300 आवेदन प्राप्त हुए।