विधानसभा चुनाव के बाद अब आगामी 9 अप्रैल को विधान परिषद की 36 सीटों के लिए चुनाव होने जा रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद की सीट से अपना इस्तीफा दे दिया है। वही सभापति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। गोरखपुर से विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने यह इस्तीफा विधान परिषद सभापति को भेजा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार गोरखपुर सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे और जीत हासिल होने के बाद उन्होंने विधान परिषद के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। विधान परिषद के प्रमुख सचिव राजेश सिंह की अधिसूचना के मुताबिक कहा गया है कि विधान परिषद में योगी आदित्यनाथ का पद 22 मार्च से खाली माना जाएगा। उनका कार्यकाल इस साल की 6 जुलाई तक था।
अखिलेश यादव ने दिया इस्तीफा
अखिलेश ने लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। अब वहा करहल से विधायक बने रहेंगे। बता दें कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। अखिलेश यादव के साथ ही आजम खां ने भी लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, कयास लगाए जा रहे थे कि वह करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा देकर लोकसभा की सदस्यता कायम रख सकते हैं। लेकिन मंगलवार को जिस तरह से उन्होंने संसद पहुंचकर लोकसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा है