रिपोर्ट-अमित द्विवेदी
Vivek Banti Sahu: सांसद विवेक बंटी साहू ने भाजपा के सौसर विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन में एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे ऐसे लोगों के प्रवेश का विरोध करते हैं जो सत्ता के लालच में भाजपा में आना चाहते हैं।
साहू ने कहा, “मैं उन लोगों के प्रवेश का विरोध करता हूं जो चिट्ठी लिखकर भाजपा में आने का प्रयास कर रहे हैं। ये लोग कांग्रेस से आकर भाजपा में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन मैं इनके प्रवेश का विरोध करता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “भाजपा एक विचारधारा आधारित पार्टी है, न कि एक सत्ता की लालची पार्टी।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) August 11, 2024
पार्टी में न आएं सत्ता के लालची
हमें ऐसे लोगों को पार्टी में आने से रोकना चाहिए जो पार्टी की विचारधारा के साथ नहीं हैं। साहू के इस बयान से स्पष्ट होता है कि भाजपा में सत्ता के लालची लोगों के प्रवेश को रोकने के लिए पार्टी के भीतर एक बड़ा विरोध है।
सांसद विवेक बंटी साहू ने स्पष्ट किया है कि भारतीय जनता पार्टी में अब केवल पार्टी के कार्यकर्ताओं का ही महत्व होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद कई कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल होने के लिए चिट्ठी लिख रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों से
सावधान रहने की आवश्यकता है।
मौकपरस्त कांग्रेसी पार्टी से बनाए रखें दूरी
सांसद विवेक बंटी साहू ने कहा, “जो कांग्रेसी नेता विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए हैं, उनके मान-सम्मान की जिम्मेदारी भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं की है।” उन्होंने आगे कहा, “ऐसे कांग्रेसी नेता जो मौका परस्त हैं और भाजपा में शामिल होने के लिए चिट्ठी लिख रहे हैं, उनकी भाजपा में कोई आवश्यकता नहीं है।”
साहू ने पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अजय ठाकुर, अजय सक्सेना सहित कई नेताओं का उदाहरण दिया, जिन्होंने नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने और छिंदवाड़ा में कमल खिलाने के लिए अपना करियर दांव पर लगाया था। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को भाजपा में मान-सम्मान देने की चिंता जिला अध्यक्ष सहित सभी को करनी चाहिए।