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Chhindwara Cough Syrup Case
Chhindwara Cough Syrup Case: मध्यप्रदेश में करीब 11 मासूम बच्चों की कफ सिरप के सेवन से हुई मौत के बाद प्रदेश सरकार ने कंपनी के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया है।
सीएम मोहन यादव ने बच्चों की मौत के जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा हैं कि जहरीली कोल्ड्रिफ कफ सिरप के पीछे जितने जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
बच्चों के इलाज का खर्च उठाएगी राज्य सरकार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राज्यभर में अभियान चलाकर अमानक दवा की जब्ती और कार्रवाई की जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। जिन बच्चों का उपचार जारी हैं, उनके इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
कफ सिरप की सरकारी लैब से कराएंगे जांच
खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक डॉ. दिनेश कुमार मौर्य ने सभी औषधि निरीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि इस दवा की बिक्री और वितरण तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। यदि कहीं यह सिरप उपलब्ध है, तो उसे सील कर सुरक्षित रखा जाए, नष्ट नहीं किया जाए। इसके नमूने सरकारी प्रयोगशालाओं में परीक्षण के लिए भेजे जाएंगे।
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कफ सिरप पर सरकार की कड़ी निगरानी
मध्यप्रदेश सरकार ने इस दवा के अन्य बैच और संबंधित औषधियां भी जांच के दायरे में लाई गई हैं। मेसर्स स्रेसन फार्मास्यूटिकल द्वारा निर्मित सभी उत्पादों की बिक्री और उपयोग अस्थायी रूप से रोके गए हैं। राज्यभर में इनकी आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि ऐसी अमानक दवाएं जनता तक न पहुंच सकें।
जबलपुर से छिंदवाड़ा भेजी थीं 550 बोतलें
छिंदवाड़ा में बच्चें की मौतों के बाद जबलपुर में कफ सिरप सप्लायर पर छापा मार गया। जांच में सामने आया है कि जबलपुर स्थित कटारिया फार्मास्युटिकल कंपनी से “कोल्ड्रिफ” कफ सिरप बाजार में सप्लायर किया गया था, जिसमें से इस कफ सिरप की करीब 550 बोतलें छिंदवाड़ा भेजी गई थीं।
नेता प्रतिपक्ष ने न्यायिक जांच की मांग की
इस घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने न्यायिक जांच की मांग की है। सिंघार ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार दवा के नमूनों की जांच 72 घंटे के भीतर पूरी हो जानी चाहिए, लेकिन इस मामले में 29 सितंबर को भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आने में छह दिन लग गए। उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने प्रारंभिक जांच के आधार पर यह बयान दिया था कि “कफ सिरप से मौतें नहीं हुईं, यह केवल अफवाह है। उन्होंने शुरुआती रिपोर्ट में तीन सिरपों के सैंपल क्लीन आने पर कंपनी को राहत दे दी थी, जबकि बाकी 12 सैंपल की जांच रिपोर्ट अभी लंबित थी। बाद में मंत्री ने स्पष्ट किया कि उनका बयान केवल तीन सिरपों तक सीमित था, लेकिन तब तक विवाद गहराता चला गया।
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Chhindwara Cough Syrup Tragedy: एमपी में ये कफ सिरप बैन, दो और बच्चों ने तोड़ा दम, अब तक 11 की मौत, 4-4 लाख मदद की घोषणा
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Chhindwara Cough Syrup Tragedy: मध्यप्रदेश सरकार ने ColdRif कफ सिरप को राज्य में बैन कर दिया है। इसी बीच दो और बच्चों ने दम तोड़ दिया है। इससे मौत का आंकड़ा 11 हो गया। वहीं सीएम मोहन यादव ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान कर दिया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...
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