Year Ender 2024: साल 2024 कुछ घंटों में विदा लेने वाला है। अब यह साल सिर्फ यादों में रह जाएगा। छत्तीसगढ़ में 2024 में कई ऐसी घटनाएं घटीं, जिनकी यादें लंबे समय तक लोगों के दिलों में ताजा रहेंगी। ये घटनाएं इतनी बड़ी और दिल दहला देने वाली थीं कि हर कोई उन्हें भुला नहीं पाएगा।
चाहे वह बलौदाबाजार हिंसा हो, कवर्धा हादसा हो, दुर्ग जिले के कुम्हारी में बस पलटने की घटना हो या सूरजपुर डबल मर्डर कांड, ये घटनाएं राज्य को झकझोरने वाली थीं। हम आपको बता रहे हैं। साल 2024 की कुछ प्रमुख घटनाओं (Year Ender 2024) के बारे में।
कवर्धा हादसा: तेज रफ्तार पिकअप पलटने से 19 की मौत
20 मई को छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में एक तेज रफ्तार पिकअप गाड़ी पलटकर 20 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में 19 लोगों की जान चली गई, जबकि 7 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए। हादसा कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी गांव के पास हुआ था। मृतकों में 18 महिलाएं शामिल थीं, जिनमें तीन छोटी बच्चियां भी थीं। सभी लोग तेंदूपत्ता तोड़कर अपने गांव लौट रहे थे। हादसा इतना भीषण था कि 13 लोग घटनास्थल पर ही दम तोड़ गए थे।
हादसे के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की।
बलौदाबाजार हिंसा: कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय में आगजनी
बलौदाबाजार में 10 जून को एक हिंसक घटना हुई, जिसमें उपद्रवियों ने कलेक्टर और एसपी कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया। इस आगजनी में सरकारी और निजी संपत्ति का भारी नुकसान हुआ, जो करीब 12.5 करोड़ रुपये था। हिंसा के दौरान दो दमकल गाड़ियां और 200 से अधिक वाहन जल गए थे, और 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस घटना से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया था।
अब तक इस मामले में 186 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव का नाम भी शामिल है। राज्य सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी, और महकोनी गांव में धार्मिक प्रतीक चिन्ह की तोड़फोड़ पर न्यायिक आयोग का गठन किया गया था।
लोहारीडीह हत्याकांड: एक सप्ताह में तीन हत्याएं
कबीरधाम जिले के लोहारीडीह में सितंबर में एक सप्ताह के भीतर तीन लोगों की मौत हो गई। 14 सितंबर को शिव प्रसाद साहू का शव मध्यप्रदेश के बिरसा थाना क्षेत्र में पेड़ से लटका हुआ मिला। हत्या के शक में ग्रामीणों ने रघुनाथ साहू के घर में आग लगा दी, जिससे उनकी जलकर मौत हो गई। इसके बाद 19 सितंबर को पुलिस हिरासत में रहे एक आरोपी, प्रशांत साहू, की भी मौत हो गई, जिसे पुलिस द्वारा पिटाई किए जाने की आशंका जताई गई।
इस मामले के बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रेंगाखार थाने के निरीक्षक और सहायक उप निरीक्षक सहित 23 पुलिसकर्मियों को हटा दिया। कबीरधाम के एसपी और कलेक्टर को भी हटा दिया गया, और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस विकास कुमार को निलंबित कर दिया गया।
कुम्हारी हादसा: कर्मचारियों से भरी बस पलटी, 13 लोगों की मौत
भिलाई: छत्तीसगढ़ के कुम्हारी थाना क्षेत्र में 10 अप्रैल को एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें केडिया डिस्टलरी कंपनी की कर्मचारियों से भरी एक बस पोल से टकराकर 50 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में 13 कर्मचारियों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद पुलिस प्रशासन और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया।
हादसे के समय कर्मचारी छुट्टी के बाद बस में सवार होकर अपने घर लौट रहे थे। बस कुछ ही दूरी तय करने के बाद सड़क के किनारे लगे एक पोल से टकराई और फिर खाई में गिर गई। बस में करीब 30 से 35 कर्मचारी सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल थीं।
बलौदाबाजार-अभनपुर में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 9 की मौत
8 सितंबर को छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 7 लोगों की एक साथ जान चली गई। ये लोग तालाब के किनारे बैठकर बातचीत कर रहे थे, जब अचानक मौसम बिगड़ा और बिजली गिरने से सभी बिजली की चपेट में आ गए। हादसे में 7 लोग मारे गए, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
अभनपुर में भी इसी दिन एक भाई-बहन आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। भाई अपनी बहन को तीजा पर्व के बाद घर छोड़ने जा रहा था, तभी वे रास्ते में रुक गए और दोनों बिजली गिरने से मारे गए। इस घटना ने लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया था।
सूरजपुर डबल मर्डर: प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की हत्या
सूरजपुर जिले में प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। दोनों के शव को घर से करीब 5 किलोमीटर दूर पीढ़ा गांव में नहर के पास फेंक दिया गया था। इस घटना ने प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। पुलिस ने विशेष जांच दल गठित किया और जल्द ही 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सीके चौधरी भी शामिल था।
यह घटना एक विवाद के बाद हुई, जब आरोपी कुलदीप साहू ने पुलिसकर्मी से बहस की और बाद में उसे जलाने की कोशिश की। फिर उसने प्रधान आरक्षक के परिवार के खिलाफ अपराध किया। इस हत्या के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और उन्हें जेल भेज दिया।
सीतापुर हत्याकांड: युवक की हत्या कर शव पानी टंकी में दफनाया
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम बेलजोरा में आदिवासी युवक संदीप लकड़ा की हत्या की गई। मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने युवक की हत्या के बाद उसका शव मैनपाट के ग्राम लुरैना में पानी टंकी के नीचे दफना दिया था। घटना के बाद से आरोपी फरार था, लेकिन बाद में वह कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और पुलिस पर आरोप लगा था कि उन्होंने मामले में लीपापोती की। इसके बाद आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया, जिसके बाद सरकार ने मृतक की पत्नी को नौकरी और मुआवजा देने का ऐलान किया।
भिलाई में हिस्ट्रीशीटर का एनकाउंटर: अमित जोश के खिलाफ दर्ज थे 40 मामले
दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई नगर थाना क्षेत्र में जयंती स्टेडियम के पास पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश अमित जोश का एनकाउंटर कर दिया। अमित जोश लंबे समय से फरार था और उसके खिलाफ कई गंभीर अपराध दर्ज थे। 25-26 जून 2024 की रात उसने फायरिंग करके दो लोगों पर जानलेवा हमला किया था, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में थी।
पुलिस के मुताबिक, एनकाउंटर में मारा गया अमित जोश आदतन अपराधी था और उस पर 40 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस ने जयंती स्टेडियम के पास उसे घेर लिया। खुद को पुलिस से घिरता देख, अमित जोश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इस गोलीबारी में बदमाश अमित जोश मारा गया। पुलिस ने बताया कि मारे गए अपराधी ने हत्या के मामले में सजा भी काटी थी।
बलरामपुर में पुलिस कस्टडी में मौत: कोतवाली में तोड़फोड़ और पथराव
बलरामपुर: 24 अक्टूबर को बलरामपुर जिले में पुलिस कस्टडी में गुरु चंद मंडल की मौत के बाद इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। मृतक के परिवार और समाज के लोगों ने बलरामपुर कोतवाली में भारी तोड़फोड़ की, जिसमें थाने की खिड़कियां, रेलिंग तोड़ दी गई और दरवाजे पर पथराव भी किया गया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से स्थिति को शांत किया।
इस घटना ने राज्य की राजनीति में भी हलचल मचाई। मृतक गुरु चंद मंडल की पत्नी, रीना मंडल का शव 30 अक्टूबर को झारखंड राज्य के गढ़वा जिले के कोयल नदी के किनारे मिला। रीना मंडल की हत्या के मामले में झारखंड पुलिस ने उसकी पहचान मृतक की बहन बदला गिरी से कराई। इस मामले में झारखंड पुलिस ने बलरामपुर में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें ससुर शांति मंडल, रिश्तेदार रमेश मंडल, ललिता मंडल और सहयोगी बीरा लकड़ा शामिल थे।
बलौदाबाजार में जादू-टोना के शक में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या
बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक ही परिवार के चार लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। यह घटना कसडोल थाना क्षेत्र के ग्राम छरछेद की है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने जादू-टोना के शक में 2 बहनों, 1 भाई और एक बच्चे की हत्या की है।
पुलिस ने संदेह के आधार पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो मृतक परिवार के ही पड़ोसी थे। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनकी बच्ची की तबियत खराब होने के बाद उन्होंने मृतक परिवार पर जादू-टोना करने का शक किया था, जिसके बाद आरोपियों ने इस घातक घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदेहियों को गिरफ्तार किया और मामले की जांच शुरू कर दी है।