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छत्तीसगढ़ में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज: अगले पांच दिन तक गरज-चमक और बारिश की चेतावनी, रायपुर समेत कई जिलों में यलो अलर्ट

Chhattisgarh Rain Alert: छत्तीसगढ़ में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, अगले पांच दिन तक गरज-चमक और बारिश की चेतावनी, रायपुर समेत कई जिलों में यलो अलर्ट

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Harsh Verma
Chhattisgarh Weather Alert

Chhattisgarh Weather Alert

Chhattisgarh Rain Alert: प्रदेश में मानसून (Monsoon) एक बार फिर अपनी सक्रियता दिखाने वाला है। मौसम विभाग (Weather Department) की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में अगले पांच दिन तक हल्की से मध्यम वर्षा (Light to Moderate Rain) की संभावना है।

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मौसम विभाग ने सरगुजा संभाग (Sarguja Division) के कुछ इलाकों में बादल गरजने और मध्यम से भारी वर्षा (Heavy Rain) की चेतावनी दी है। लोगों को बिजली चमकने के दौरान खुले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी गई है।

प्रदेश में तापमान का उतार-चढ़ाव

बीते 24 घंटों में प्रदेश के सभी संभागों में कहीं न कहीं बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा तापमान (Maximum Temperature) 33.5 डिग्री सेल्सियस राजनांदगांव (Rajnandgaon) में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम 20.6 डिग्री सेल्सियस दुर्ग (Durg) में रहा।

राजधानी रायपुर का आज का मौसम

राजधानी रायपुर (Raipur) में आज बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।

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इन जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी

राज्य के 30 से अधिक जिलों जैसे सुकमा (Sukma), बीजापुर (Bijapur), दंतेवाड़ा (Dantewada), कोंडागांव (Kondagaon), कांकेर (Kanker), बालोद (Balod), रायगढ़ (Raigarh), बिलासपुर (Bilaspur), कोरबा (Korba), जशपुर (Jashpur), दुर्ग (Durg), और बेमेतरा (Bemetara) में यलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है। इन इलाकों में गरज के साथ हल्की बारिश (Thunderstorm with Light Rain) होने की संभावना जताई गई है।

मानसून द्रोणिका और चक्रवात का असर

मौसम परिवर्तन की यह स्थिति मानसून द्रोणिका (Monsoon Trough) और एक ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) के कारण बन रही है। मानसून द्रोणिका फिलहाल श्री गंगानगर (Sri Ganganagar), लखनऊ (Lucknow), पटना (Patna) होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी (North-East Bay of Bengal) तक फैली हुई है। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश के आसपास चक्रवात 1.5 किमी ऊंचाई तक सक्रिय है।

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