Advertisment

बलरामपुर PDS घोटाला: वाड्रफनगर में जनपद उपाध्यक्ष की पत्नी सीमा जायसवाल समेत पांच लोगों पर FIR दर्ज, पढ़ें पूरा मामला

CG PDS Rice Scam: बलरामपुर PDS घोटाला, वाड्रफनगर में जनपद उपाध्यक्ष की पत्नी सीमा जायसवाल समेत पांच लोगों पर FIR दर्ज, पढ़ें पूरा मामला

author-image
Harsh Verma
बलरामपुर PDS घोटाला: वाड्रफनगर में जनपद उपाध्यक्ष की पत्नी सीमा जायसवाल समेत पांच लोगों पर FIR दर्ज, पढ़ें पूरा मामला

CG PDS Rice Scam: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर जनपद में PDS घोटाले (PDS Scam) का बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में जनपद उपाध्यक्ष पवन जायसवाल की पत्नी और पंचायत सचिव सीमा जायसवाल (Seema Jaiswal) समेत पांच लोगों के खिलाफ रघुनाथनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

Advertisment

आरोप है कि इन लोगों ने ग्राम पंचायत बेबदी में लंबे समय से हितग्राहियों से जबरन अंगूठा लगवाकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (Public Distribution System) के तहत मिलने वाले चावल को हड़प लिया।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ NHM कर्मचारी 15 अप्रैल को सामूहिक छुट्टी पर: नियमितीकरण समेत कई मांगों को लेकर करेंगे आवाज बुलंद, पढ़ें खबर

[caption id="attachment_794653" align="alignnone" width="560"]publive-image वाड्रफनगर जनपद उपाध्यक्ष पवन जायसवाल की पत्नी और पंचायत सचिव सीमा जायसवाल[/caption]

Advertisment
सरगुजा संभाग कमिश्नर के निर्देश के बाद हुई कार्रवाई

खाद्य विभाग की जांच और सरगुजा संभाग कमिश्नर के निर्देश के बाद यह कार्रवाई हुई है। जांच में साफ हुआ कि सचिव सीमा जायसवाल ने पूर्व सरपंच जगमति, सरपंच पति जीतलाल, सहायक विक्रेता संतोष पण्डो और तौलकर्मी कन्हैया लाल के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से राशन घोटाला किया।

सबसे हैरानी की बात यह है कि सीमा जायसवाल इससे पहले भी एक गबन के मामले में जेल जा चुकी हैं, बावजूद इसके वह आज भी पंचायत सचिव के पद पर बनी हुई थीं। इससे शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई

संशोधित) बलरामपुर : शराब तस्करी मामले में रघुनाथनगर पुलिस की कार्रवाई, नाबालिग के साथ एक आरोपित ग‍िरफ्तार - हिन्दुस्थान समाचार

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से उनके हिस्से का चावल अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा दबा लिया जा रहा था। ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अंततः जब शिकायतें सरगुजा कमिश्नर तक पहुंचीं, तो उच्च स्तरीय जांच शुरू हुई और सच्चाई सामने आई।

Advertisment

रघुनाथनगर पुलिस ने सीमा जायसवाल सहित सभी आरोपियों पर आईपीसी की कई धाराओं और आवश्यक वस्तु अधिनियम (Essential Commodities Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस खुलासे के बाद ग्राम पंचायत बेबदी और आस-पास के गांवों में गुस्सा भड़क गया है। लोगों की मांग है कि सभी दोषियों को तुरंत बर्खास्त कर सख्त सजा दी जाए।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़: भू माफियाओं ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर विधवा मां और बेटे से वसूले 60 लाख, करोड़ों की जमीन भी अपने नाम कराई

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें