Chhattisgarh Unique Village: वैसे तो आपके घर में बहुत सी घड़ियां होंगी। घर के साथ-साथ हम हाथ में भी अलग-अलग तरह की घड़ी पहनते हैं। जिसमें समय क्लॉक वाइज ही चलता है। लेकिन क्या आप जानतें हैं कि छत्तीसगढ़ में एक ऐसा गांव हैं जहां की घड़ियां उलटी चलती हैं.
यानी यहां की घड़ी एंटीक्लॉकवाइज चलती है। यह देखकर आप भी कंफ्यूज हो जाएंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है। इस गांव में रात के 12 बजे के बाद एक नहीं 11 बजते हैं।
इस गांव में घड़ियों की सुइयां आम घडियों के जैसे बाईं से दाएं न घूमकर दाएं से बाईं की तरफ घूमती हैं। इतना ही नहीं इस गांव में रहने वाले गोंड आदिवासी समुदाय के कई रीती रिवाज भी बाकी दुनियां से उलटे पुल्टे हैं।
घड़ी का नाम है गोंडवाना टाइम
बता दें छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मानिकपुर नाम के इस गांव के लोगो ने इस उलटी घूमती घड़ी का नाम भी रखा है। उलटी घूमने वाली इस घडी को गोंडवाना टाइम कहा जाता है। गांव वालों का मानना है कि पृथ्वी दाएं से बाएं की दिशा में घूमती है।
इसके अलावा चांद, सूरज हो या फिर सितारे सभी इसी दिशा में घूमते हैं। यही वजह है की गोंड समुदाय के लोगो ने घड़ी को इसी तरह रखी है। ऐसी एक और प्रथा है जिसके बारे में जानकर आप सभी हैरान रह जाएंगे।
दूल्हा दुल्हन भी लेते हैं उलटे फेरे
गांव में घड़ियों के उलटे घूमने के साथ-साथ यहां पर होने वाली शादियों में भी दूल्हा-दुल्हन उलटे फेरे लेकर शादी करते हैं। इस समुदाय के लोग महुआ और परसा जैसे पेड़ों की पूजा करते हैं. इस इलाके में करीब 10,000 परिवार रहते हैं।
मुख्य शहर से 60 किलोमीटर दूर मानिकपुर गांव में लोग अलग तरह से सोचते हैं। उनकी गोंड संस्कृति में, जब लोग शादी करते हैं, तो वे सामान्य दाएं की बजाय बाएं ओर चक्कर लगाते हैं। उनका मानना है कि सभी खुशियाँ बाएं से दाएं होनी चाहिए।
इस वजह से, उन्होंने अपनी घड़ियों को विपरीत दिशा में घुमाने के लिए भी बदल दिया है।