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World Photography Day: हर साल 19 अगस्त को दुनियाभर में विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है। यह दिन तस्वीरों के महत्व को समझाने के लिए मनाया किया जाता है। हर किसी के जीवन में तस्वीरों की एक अहम भूमिका होती हैं। बता दें कि तस्वीरें ही हमें हमारी यादों को लंबे समय तक जिंदा रखती हैं। इसी तरह कई मर्तबा तो हमें फोटोज् के जरिए महत्वपूर्ण जानकारी के साथ पुराने समय के हालात भी पता चलते हैं।
1- भोरमदेव मंदिर
भोरमदेव छत्तीसगढ़ के कबीरधाम ज़िले में कवर्धा से 18 किमी दूर तथा रायपुर से 125 किमी दूर चौरागाँव में एक हजार वर्ष पुराना मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
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2- मैनपाट
सरगुजा जिले में अम्बिकापुर से 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैनपाट (Mainpat Chhattisgarh) एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह विंध्य पर्वतमाला से जुड़ा हुआ है।
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3- देवरानी-जेठानी मंदिर
देवरानी-जेठानी मंदिर बिलासपुर से 29 किलोमीटर दूर मनियारी नदी के तट पर, ताला क्षेत्र में अमेरि कापा नामक गाँव में स्थित है। इस मंदिर की जानकारी 1878 में मेजर जनरल कनिंघम के सहयोगी जे डी वांगलर ने दिया था।
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4- डीपाडीह
डीपाडीह मंदिरों का सर्वे 1987 में हुआ जिसके बाद 1989 में इस मंदिर की खुदाई शुरू की गई। यहाँ पर कई अलग अलग काल के और विभिन्न शासकों के वंश से सम्बन्धित मन्दिर मिलें हैं।
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5- सिरपुर
सिरपुर छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में महानदी के तट पर स्थित एक पुरातात्विक स्थल है इस स्थान का प्राचीन नाम श्रीपुर है। यह एक विशाल नगर हुआ करता था और यह दक्षिण कौशल की राजधानी थी सोमवंशी नरेशों ने यहां पर राम मंदिर और लक्ष्मण मंदिर का निर्माण करवाया था।
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6-बारसूर
नागवंश राजा बानासुर की राजधानी, बारसुर एक ऐसा गंतव्य है जो इतिहास और प्राचीन मूर्तियों से प्यार करता है। यह छोटा शहर पुरातात्विक खजाने से भरा है।
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7-गंगरेल बांध (मिनी गोवा)
महानदी पर स्थित गंगरेल (Gangrel mini Goa) बांध छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा बांध है। प्रशासन ने इसे मिनी गोवा की तरह डेवलप किया है।
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8-चित्रकोट जलप्रपात
चित्रकोट जलप्रपात हर मौसम में बेहद दर्शनीय और ठंडा रहने वाला पर्यटन स्थल है। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर से ठीक 50 किलोमीटर दूर स्थित यह झरना भारत के मिनी नियाग्रा फॉल्स (Niagara Falls) के नाम से भी जाना जाता है।
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9-पिल्खा पहाड़
पिल्खा पहाड़ एक ऐतिहासिक स्थल है। पहाड़ में एक कुंड स्थित है जिसमें प्राकृतिक जल स्त्रोत से पानी का उद्गम हो रहा है। इस पहाड़ (Pilkha pahad in Chhattisgarh) का इतिहास राम वन गमन पथ से भी जुड़ा हुआ है।
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10- इंद्रावती नेशनल पार्क
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में घूमने के साथ साथ एतिहासिक चीजों के लिए भी जाना जाता है। यहां पर टाइगर रिजर्व इंद्रावती नेशनल पार्क है जो घूमने के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। यहां जाने पर आपको बाघ, तेंदुआ, नीलगाय, ब्लैक बक जैसे कई दुर्लभ जानवर देखने को मिल सकते हैं।
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