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छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 142 हाथियों के दल का कहर: स्कूल की रसोई, किसानों की फसलें और ग्रामीणों की झोपड़ियां क्षतिग्रस्त

Raigarh Elephant Attack: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 142 हाथियों के दल का कहर, स्कूल की रसोई, किसानों की फसलें और ग्रामीणों की झोपड़ियां क्षतिग्रस्त

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Harsh Verma
Raigarh Elephant Attack:

Raigarh Elephant Attack: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रायगढ़ (Raigarh) जिले में एक बार फिर हाथियों (Elephants) के उत्पात ने ग्रामीणों को दहशत में डाल दिया है। धरमजयगढ़ वन मंडल (Dharamjaigarh Forest Division) के छाल रेंज (Chhal Range) स्थित पुसल्दा गांव (Pusalda Village) में मंगलवार रात को हाथियों के एक दल ने गांव में घुसकर जमकर तांडव मचाया।

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ग्रामीणों के अनुसार, हाथियों ने प्राथमिक शाला (Primary School) की रसोई (Midday Meal Kitchen) को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे मध्यान्ह भोजन (Midday Meal Scheme) बनाने की व्यवस्था ठप हो गई है। वहीं, किसानों की खड़ी फसल, पाइपलाइन और तीन से चार झोपड़ियां भी बर्बाद कर दी गईं।

हाथियों के दल ने फैलाया भय, ग्रामीण रातभर रहे सतर्क

ग्रामीणों ने बताया कि करीब आठ हाथियों का दल गांव में दाखिल हुआ था। रसोई कक्ष की दीवारों को गिराने के साथ-साथ खेतों में लगी फसलें रौंद दी गईं। स्कूल में खाना बनाने वाली महिला कर्मचारी ने बताया कि यहां लगभग 50 बच्चे पढ़ते हैं और अब बच्चों के लिए खाना बनाना मुश्किल हो गया है।

वन विभाग ने लिया जायजा, रिपोर्ट जल्द

इस मामले में छाल रेंज के प्रभारी रेंजर चंद्रविजय सिदार (Chandravijay Sidar) ने जानकारी दी कि घटना की जांच की जा रही है। हाथियों ने एलिवेटर और दीवारों को क्षति पहुंचाई है। जल्द ही नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेजी जाएगी।

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जिले में 142 हाथियों की मौजूदगी, बना है डर का माहौल

हाथियों का आतंक : स्कूल की रसोई समेत कई घरों को हाथियों के दल ने तोड़ा, पाइपलाइन को भी पहुंचाया नुकसान

रायगढ़ जिले में इस समय कुल 142 हाथी विभिन्न क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं। इनमें धरमजयगढ़ क्षेत्र में 45 और रायगढ़ वन मंडल में 97 हाथी अलग-अलग समूहों में घूम रहे हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार, इन दलों में 34 नर, 67 मादा और 41 शावक शामिल हैं। वन विभाग और हाथी मित्र दल (Elephant Mitra Team) लगातार निगरानी कर रहे हैं, लेकिन इन घटनाओं से ग्रामीणों का डर कम नहीं हो रहा।

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