रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि में गोमूत्र के वैज्ञानिक और व्यवस्थित उपयोग के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को राज्य के कृषि वैज्ञानिकों, गोमूत्र का रासायनिक खादों और कीटनाशकों के बदले उपयोग करने वाले किसानों तथा कामधेनु विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों से चर्चा कर कृषि में गोमूत्र के वैज्ञानिक उपयोग की संभावनाओं के संबंध में कार्ययोजना तैयार कर दो सप्ताह में प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि रासायनिक खादों और विषैले कीटनाशकों के निरंतर प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति लगातार कम होती जा रही है। खेती में रसायनों के अत्यधिक उपयोग से जनसामान्य के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। बघेल ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि गोमूत्र के उपयोग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने से पहले इस दिशा में अब तक देश में हुए शोध का संकलन भी किया जाना चाहिए।