Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने आगाज कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यों में सभाएं कर रहे हैं। यूपी, राजस्थान के बाद अब पीएम छत्तीसगढ़ में सभा करेंगे।
छत्तीसगढ़ के बस्तर से चुनावी शंखनाद तो होगा लेकिन, इसके सियासी मायने कुछ और निकाले जा रहें हैं। आइए जानते हैं, क्या हैं PM MODI की इस रैली के सियासी मायने।
भाजपा के लिए कमजोर सीट है बस्तर
चुनावी आचार संहिता लागू होने के बाद नरेंद्र मोदी पहले ऐसे राष्ट्रीय नेता होंगे, जो प्रदेश में चुनावी शंखनाद करेंगे। Lok Sabha Chunav 2024 में बस्तर लोकसभा सीट भाजपा के लिए अहम है। इस सीट की गिनती ऐसी सीटों में होती है जहां भाजपा की स्थिति कमजोर है। 2019 में यहां से कांग्रेस के दीपक बैज सांसद बने।
बस्तर के अलावा ऐसी ही सीट कोरबा भी है। जहां भाजपा फोकस किया है। पिछले लोकसभा चुनावों में यहां कांग्रेस की ज्योत्सना चरणदास महंत को जीत मिली थी। यही वजह है कि इस बार इन दोनों सीटों पर कमल खिलाने की पूरी कोशिश भारतीय जनता पार्टी कर रही है।
प्रदेश के तमाम नेता 11 सीटों पर पार्टी की जीत का दावा कर रहे हैं, जिनमें सबसे अहम बस्तर है। बस्तर लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं।
बस्तर का सियासी समीकरण
इस सीट पर आदिवासी समाज और महिला वोटर निर्णायक भूमिका अदा करते है। इस लोकसभा सीट में शुरू से ही महिला वोटर का दबदबा रहा है। बस्तर लोकसभा सीट को लेकर चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि यहां हर साल महिलाएं सांसद चुनकर लोकसभा में भेजती है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बस्तर में कुल मतदाताओं की संख्या 14 लाख 66 हजार 337 मतदाता हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले बस्तर सीट में 1 लाख 54 हजार नए मतदाताओं को जोड़ा गया है। इस सीट पर महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। यहां से पुरुष मतदाताओं की संख्या 6 लाख 98 हजार 197 है।
जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 68 हजार 88 है। वहीं थर्ड जेंडर के 52 मतदाता शामिल हैं। छत्तीसगढ़ भाजपा के सूत्रों का कहना है कि, प्रधानमंत्री मोदी की सभा का प्रस्ताव स्थानीय नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को भेजा था। केंद्रीय संगठन की ओर से फिलहाल मौखिक सहमति बनी है।
छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव
छत्तीसगढ़ में Lok Sabha Chunav 2024 का चुनाव तीन चरणों में आयोजित किया जा रहा है। पहले चरण में 19 अप्रैल को बस्तर में मतदान होना है। यहां कांग्रेस से कवासी लखमा और भाजपा से महेश कश्यप आमने-सामने हैं।
26 अप्रैल को कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद में वोटिंग होगी। यह दूसरे चरण का मतदान होगा। सबसे अंत में तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई के दिन होगी, इनमें रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, दुर्ग और सरगुजा लोकसभा सीट शामिल हैं।
इन चरणों के हिसाब से राजनीतिक दल अपने-अपने बड़े नेताओं को संबंधित इलाकों में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।
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