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छत्तीसगढ़: पटवारी से राजस्व निरीक्षक पदोन्नति परीक्षा में गड़बड़ी का खुलासा, EOW-ACB से जांच कराने की सिफारिश

CG Patwari Promotion Exam Scam: छत्तीसगढ़ में पटवारी से राजस्व निरीक्षक पदोन्नति परीक्षा में गड़बड़ी का खुलासा, EOW-ACB से जांच कराने की सिफारिश

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Harsh Verma
CG Patwari Promotion Exam Scam

हाइलाइट्स

  • पटवारी से राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति परीक्षा में घोटाला 
  • ईओडब्ल्यू और एसीबी को मामला सौंपने की सिफारिश
  • 90 रिक्त पदों को भरने के लिए किया गया था परीक्षा का आयोजन 
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CG Patwari Promotion Exam Scam: छत्तीसगढ़ में पटवारी से राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में बड़ा घोटाला सामने आया है। शुरुआती जांच में परीक्षा में अनियमितताएं मिलने के बाद मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी।

कमेटी की रिपोर्ट में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है, जिसके बाद अब इस पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू और एसीबी को सौंपने की सिफारिश की गई है।

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हर स्तर पर नियमों की अनदेखी

इस भर्ती परीक्षा का आयोजन 90 रिक्त पदों को भरने के लिए किया गया था। परीक्षा प्रक्रिया को लेकर शिकायत मिलने के बाद सरकार ने जांच कराई, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।

रिपोर्ट के अनुसार, चयनित 22 अभ्यर्थियों को एक ही केंद्र में बिठाकर परीक्षा दिलाई गई और फिर उनका चयन कर लिया गया। हर स्तर पर नियमों की अनदेखी की गई।

शिकायतें मिलने के बाद बनाई गई थी जांच कमेटी

शिकायतें मिलने के बाद 23 अगस्त 2024 को पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई। इस कमेटी में विशेष सचिव खाद्य केडी कुंजाम, उप सचिव डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी, अजय कुमार त्रिपाठी, अंशिका ऋषि पाण्डेय और राकेश साहू को शामिल किया गया।

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कमेटी को 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया था। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से परीक्षा में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है और मामले की विस्तृत जांच की जरूरत बताई गई है।

मामले को ईओडब्ल्यू-एसीबी को सौंपने की सिफारिश

जांच रिपोर्ट के आधार पर सामान्य प्रशासन विभाग ने इस मामले को मुख्य तकनीकी परीक्षक और ईओडब्ल्यू-एसीबी को सौंपने की सिफारिश की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मामले की जांच तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से कराई जानी चाहिए ताकि दोषियों की पहचान कर उचित कार्रवाई की जा सके।

निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

यह मामला सामने आने के बाद पटवारी संघ ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। अभ्यर्थी भी इस परीक्षा को रद्द कर दोबारा निष्पक्ष परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं। अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।

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