CG Youtubers Town: आजकल सोशल मीडिया पर वीडियोज़ बनाने का क्रेज लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है। इसी कड़ी में एक नई चीज सामने आई है। छत्तीसगढ़ के रायपुर का तुलसी नेवरा गांव YouTubers के हब में अब तब्दील हो चुका है।
आज हम आपको यहां के एक ऐसे गांव के बारे में बताने वाले हैं। जहां के हर घर में एक यूट्यूबर रहता है। चलिए बताते हैं आपको इस गांव की कहानी।
युवा नौकरी छोड़ कर बने यूट्यूबर
छत्तीसगढ़ के तुलसी गांव में YouTube कल्चर की शुरुआत दो दोस्तों ज्ञानेंद्र शुक्ला और जय वर्मा ने की थी। जल्द ही पूरे गांव के अन्य लोग भी इसको फॉलो करने लगे। पूरा तुलसी गांव ही इस पेशे में आ गया।
आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि YouTube में करियर शुरू करने के लिए ज्ञानेंद्र शुक्ला ने अपनी SBI की नौकरी और जय वर्मा ने टीचर की नौकरी छोड़ दी।
गांव को मिल चुका है कई सम्मान
युवाओं की पहल को देखते हुए गांव की पंचायत ने कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) की मदद से 12 लाख रुपये में दो कमरों का स्टूडियो बनवा दिया है।
‘हमर फ्लिक्स’ नामक साउंड प्रूफ स्टूडियो में आधुनिक कैमरा, कंप्यूटर, इंटरनेट की सुविधा मिलती है।
बता दें कि अभी तक इस गांव को ‘राइजिंग इंडिया, रियल हीरोज अवार्ड’ समारोह में सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।
10-15 हजार से 30-35 हजार रुपए हुई कमाई
यूट्यूबर जय वर्मा ने कहा। “मेरे पास MSC रसायन विज्ञान की डिग्री है। मैं एक कोचिंग संस्थान में पार्ट टाइम शिक्षक था । पहले, मैं 12,000 रुपये से 15,000 रुपये प्रति माह कमाता था। अब, हम 30,000 से 35,000 रुपये प्रति माह कमाते हैं।”
महिलायें बन रही हैं आत्मनिर्भर
गांव की एक अन्य यूट्यूबर पिंकी साहू ने कहा, “यहां महिलाओं को आमतौर पर घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है लेकिन हमने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए उन्हें काफी जानकारी दी है कि लड़कियां भी कुछ कर सकती हैं।”
यूट्यूब पर ये चैनल हैं फेमस
बिइंग छत्तीसगढ़ (Being Chhattisgarh), आदित्य बघेल, निमगा छत्तीसगढ़िया (Nimga Chhattisgarhiya), गोल्ड सीजी 04, गोल्ड डोज, फन टपरी, मिस्टर रैंजो, राहुल वस्त्राकर, जानू बैंजो, जनता हैल्पर, ट्रैवल्स फिल्म, अलवा-जलवा, द ट्रैवल्स वाइबर्स, हमर छत्तीसगढ़, बैक बेंचर्स क्रिएशन आदि यूट्यूब चैनल सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं।
3 हजार की आबादी में 1 हजार हैं यूट्यूबर्स
यहां इस गांव की आबादी 3000 लोगों की है। यूट्यूब को लेकर क्रेज आप इस बात से समझ सकते हैं कि इन तीन हजार लोगों में से एक हजार से लोग तो यूट्यूबर्स हैं।
85 से लेकर 15 साल तक के लोग बनाते हैं वीडियोज़
अगर आप इस गांव में जाएंगे तो आपको आसानी से लोग वीडियोज गलियो में बनाते हुए दिख जाएंगे। गांव के लोग ही बताते हैं कि यहां 85 साल की दादी से लेकर 15 साल का पोता तक सभी वीडियोज के लिए एक्ट करते हैं।
फिल्मी कलाकारों ने भी किया है गांव में शूटिंग
इस गांव में फिल्मी कलाकरों ने भी शूटिंग की है। एक्ट्रेस स्वारा भास्कर ने यहां पर मिसेज फलानी सीरियल की शूटिंग की थी। साथ ही गांव के लोगों की कला के प्रति सम्मान देखकर गांव वालों की प्रसंशा भी की थी। गांव के सरपंच का कहना है कि अब ये राज्य नक्सलवाद से हटकर अपनी अलग पहचान बना कर बड़े-बड़े शहरों में भी मशहूर हो गया है।