Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एक महिला डॉक्टर के साथ विधायक के निजी सहायक द्वारा बदसलूकी की गई, जिसके बाद डॉक्टर्स ने 2 दिन तक ओपीडी बंद रखा और कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। इसके बाद कलेक्टर ने विधायक के निजी सहायक को हटाकर मूल पद पर भेज दिया है।
विधायक चैतराम अटामी के निजी सहायक कमलेश कुमार नाग पर महिला डॉक्टर के साथ बदसलूकी का आरोप लगा था, जिसके बाद दंतेवाड़ा सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज की गई थी। कलेक्टर ने मामले (Chhattisgarh News) में एक्शन लेते हुए कमलेश कुमार नाग को उनके मूल पद पर भेज दिया है।
कमलेश की पत्नी और डॉक्टर के बीच हुआ था विवाद
जिला अस्पताल में 15 अगस्त को एक विवादित घटना हुई, जब कमलेश कुमार नाग की पत्नी अपने बच्चे को लेकर इलाज के लिए गई थीं। इलाज को लेकर उनका डॉक्टर से विवाद हुआ, जिसके बाद कमलेश खुद अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से बातचीत की। इस दौरान एक महिला डॉक्टर के साथ उनकी बहस हो गई, जिससे मामला तूल पकड़ लिया।
डॉक्टरों ने 2 दिनों तक बंद रखा ओपीडी
दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने 2 दिनों तक ओपीडी बंद रखा, क्योंकि उन्होंने आरोप लगाया था कि विधायक के निजी सहायक कमलेश कुमार नाग ने एक महिला डॉक्टर के साथ बदतमीजी की थी।
इस मामले में कांग्रेस ने भी प्रदर्शन किया और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की, साथ ही उनका पुतला दहन भी किया। डॉक्टरों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कमलेश कुमार नाग के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
कमलेश कुमार नाग की पत्नी ने क्या बताया
कमलेश कुमार नाग की पत्नी ने बताया कि जब वे अपने बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टर के कमरे के बाहर सफाईकर्मी पोछा लगा रही थीं। जब वे डॉक्टर के कमरे में चले गए, तो सफाईकर्मी ने उन पर आपत्ति जताई और दोनों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद महिला डॉक्टर बाहर आईं, लेकिन विवाद ज्यादा नहीं बढ़ा। कमलेश की पत्नी के अनुसार, मामला सफाईकर्मी की आपत्ति से शुरू हुआ था।
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