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Chhattisgarh News: राजधानी रायपुर के मेयर एजाज ढेबर ने गुरुवार को बड़ा एलान करते हुए बताया था कि जल्द ही रायपुर और दुर्ग के बीच लाइट मेट्रो चलेगी। यह परियोजना रूसी तकनीक से तैयार की जाएगी।
इसको लेकर मॉस्को में हुए अंतरराष्ट्रीय परिवहन सम्मेलन में रायपुर नगर निगम और मॉस्को के बीच समझौता हुआ है। इस समझौते पर मेयर एजाज ढेबर, मॉस्को के मेयर और रूस के परिवहन मंत्री ने हस्ताक्षर किए हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर
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मॉस्को में हुए अंतरराष्ट्रीय परिवहन सम्मेलन में रायपुर मेयर एजाज ढेबर भी मौजूद[/caption]
राजेश मूणत ने ढेबर की रूस यात्रा पर उठाए सवाल
अब रायपुर के पूर्व मंत्री और विधायक राजेश मूणत ने महापौर एजाज ढेबर की रूस यात्रा पर सवाल उठाए हैं। मूणत का कहना है कि यह यात्रा व्यक्तिगत है और इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने कहा कि मेयर ने जनता के साथ छलावा किया है और मेट्रो परियोजना के लिए कोई आधिकारिक अनुमति नहीं ली गई है। मूणत के बयान के बाद, रूस के साथ हुआ एमओयू और रायपुर में लाइट मेट्रो परियोजना सवालों के घेरे में आ गए हैं। बता दें कि महापौर एजाज ढेबर अभी भी रूस दौरे पर हैं।
केंद्र से मंजूरी के बाद ही हो सकता है समझौता: मूणत
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पूर्व मंत्री और रायपुर के विधायक राजेश मूणत[/caption]
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने महापौर एजाज ढेबर के लाइट मेट्रो एमओयू (Chhattisgarh News) पर सवाल उठाए हैं। मूणत का कहना है कि केंद्र सरकार की समिति से मंजूरी मिलने के बाद ही दूसरे देश के साथ ऐसा समझौता हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मेयर द्वारा किए गए एमओयू पर दस्तखत की कोई वैधता नहीं है, क्योंकि यह उनकी व्यक्तिगत यात्रा है और राज्य सरकार से न तो अनुमति मांगी गई और न ही दी गई। मूणत के अनुसार, मेयर सरकार का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं, इसलिए यह दौरा सरकारी नहीं है।
व्यक्तिगत यात्रा पर एमओयू की कोई वैधता नहीं: मूणत
मूणत का कहना है कि केंद्र सरकार की मंजूरी के बिना ऐसा समझौता अमान्य है। उन्होंने कहा कि मेयर की व्यक्तिगत यात्रा पर हस्ताक्षरित एमओयू की कोई वैधता नहीं है, क्योंकि राज्य सरकार से अनुमति नहीं ली गई। मूणत के अनुसार, मेयर सरकार के प्रतिनिधि नहीं हैं, इसलिए यह दौरा सरकारी नहीं माना जा सकता।
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