Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के लगभग 70 नक्सल पीड़ितों का एक दल आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके निवास पर मिला। नक्सल हिंसा से प्रभावित इन लोगों ने अपनी समस्याएं साझा कीं और न्याय तथा पुनर्वास की मांग की।
इस दल का नेतृत्व बस्तर शांति समिति ने किया, जो राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास के लिए प्रयासरत है। इनमें से कई लोगों ने नक्सलियों के कारण अपने परिवार के सदस्यों को खोया है, कुछ ने अपने अंग गंवाए हैं, और कुछ पूरी तरह से अपाहिज हो गए हैं।
गृहमंत्री ने नक्सल पीड़ितों की कहानियों को ध्यान से सुना
इस मुलाकात का प्रमुख उद्देश्य नक्सल हिंसा से प्रभावित लोगों की पीड़ा को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करना था। पीड़ितों ने बताया कि नक्सली हमलों के कारण उनके जीवन में गंभीर व्यवधान उत्पन्न हुए हैं।
इस बातचीत के दौरान, गृह मंत्री ने नक्सल पीड़ितों की कहानियों को ध्यान से सुना और उनकी समस्याओं पर गंभीरता दिखाई। उन्होंने इन लोगों के संघर्ष और साहस की सराहना की और आश्वासन दिया कि सरकार उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री के कार्यों की तारीफ की
नक्सल पीड़ितों ने बताया कि वे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) सरकार और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कार्यों से प्रेरित होकर अपनी समस्याएं दिल्ली तक लाने का साहस जुटा पाए हैं।
राज्य सरकार द्वारा बस्तर और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों और सुरक्षा प्रयासों को प्राथमिकता देने के कारण इन लोगों को यह हिम्मत मिली कि वे अपनी आवाज़ दिल्ली में उठाएं।
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नई आशा जगी है: नक्सल पीड़ित
छत्तीसगढ़ सरकार की संवेदनशीलता और सक्रियता से प्रभावित होकर, पीड़ितों ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास और पुनर्वास के लिए जो प्रयास किए गए हैं, वे सराहनीय हैं। राज्य सरकार ने सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी है, जिससे प्रभावित लोगों में नई आशा जगी है।