Chhattisgarh News: गंगा में स्नान से पाप धोने की मान्यता है, और अगर वही स्नान महाकुंभ में हो, तो उसका महत्व और बढ़ जाता है। हाल ही में गगन मोटर्स में हुई 7 लाख रुपये की सेंधमारी के बाद जब यह खुलासा हुआ कि चोर वारदात के बाद सीधे कुंभ स्नान करने प्रयागराज गए थे, तो सभी हैरान रह गए। डोंगरगढ़ पुलिस और साइबर सेल की टीम ने 11 दिन की मेहनत के बाद इन ‘पुण्यात्मा चोरों’ का पता लगा लिया।
गगन मोटर्स शो-रूम में हुई थी सेंधमारी की घटना
25 जनवरी की रात खंडुपारा रोड पर स्थित गगन मोटर्स शो-रूम में सेंधमारी की घटना हुई। चोरों ने पीछे की दीवार में छेद किया, दरवाजे की सिटकनी खोली और वहां रखे 7 लाख रुपये चुरा लिए। जब दुकान मालिक ने रिपोर्ट दर्ज करवाई, तो पुलिस के सामने यह सवाल था कि चोर कौन थे और इतनी बड़ी रकम कहां गई?
300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई
जांच के दौरान 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। पुलिस ने पाया कि वारदात के बाद संदिग्ध लोग रेलवे स्टेशन की ओर जाते हुए नजर आए। रेलवे स्टेशन के हाईटेक कैमरों में चोरों की असली तस्वीरें कैद हो गई थीं। फुटेज में यह भी पाया गया कि वारदात का मास्टरमाइंड शो-रूम में काम करने वाला रितेश उइके था, जिसने अपने साथियों आकाश उर्फ लल्ला लाउत्रे और शाहिद खान को अंदर की जानकारी दी थी और फिर दो नाबालिग बच्चों को भी शामिल कर लिया।
चोरी के बाद इन पांचों आरोपियों ने पैसे आपस में बांटे
चोरी के बाद इन पांचों आरोपियों ने पैसे आपस में बांटे और फिर सीधे ट्रेन पकड़कर प्रयागराज कुंभ मेले पहुंचे। लाखों श्रद्धालुओं के बीच यह चोर अपनी पहचान छुपाकर पुण्य कमाने का ढोंग कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों ने वहां कुंभ स्नान, गंगा आरती, महंगे होटलों में खाना और मस्ती करने के बाद नागपुर लौट आए।
पुलिस ने आरोपियों को नागपुर लौटते समय किया गिरफ्तार
पुलिस ने इन आरोपियों को कुंभ यात्रा के बाद नागपुर लौटते समय गिरफ्तार किया और पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की पूरी कहानी उजागर की। आरोपियों के पास से 4.73 लाख रुपये नगद बरामद किए गए, जबकि बाकी पैसे ऐशो-आराम में खर्च हो चुके थे। इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने डोंगरगढ़ थाना और साइबर सेल की टीम को 5000 रुपये का नकद इनाम दिया।
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