हाइलाइट्स
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नक्सल हिंसा में मृतक के परिजनों के लिए बड़ा फैसला
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पीड़ित परिजनों को शासकीय सेवा में अनुकंपा नियुक्ति
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प्रथम चरण में 58 आवेदक पात्र पाए गए
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल हिंसा में मृतक के परिजनों के लिए बड़ा फैसला लिया है. छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत पीड़ित परिजनों को शासकीय सेवा में अनुकंपा नियुक्ति दी जा रही है. गुरुवार को बीजापुर जिला स्तरीय पुनर्वास समिति की बैठक में नक्सल पीड़ित परिवारों के 58 लोगों को अनुकम्पा नियुक्ति देने का फैसला लिया गया.
प्रथम चरण में 58 आवेदक पात्र
पुलिस अधीक्षक (SP) डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि, अनुकंपा नियुक्ति के लिए टोटल 58 पात्र आवेदकों को प्रथम चरण में अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी. पहले जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा करते हुए 19 जुलाई तक दावा आपत्ति आमंत्रित की गई थी, बाद में इस तारीख को बढ़ाते हुए 24 जुलाई 2024 को निर्धारित की गई.
इस दिन मिले दावा-आपत्तियों का निराकरण किया गया. समिति के फैसले के आधार पर कई विभागों में चतुर्थ वर्ग के पदों पर नियुक्ति के लिए अंतिम रूप से प्रथम चरण में 58 आवेदक पात्र पाए गए हैं. इन 58 लोगों को यह नियुक्ति दी जाएगी.
सुकमा में आज पांच हार्डकोर नक्सलियों ने किया सरेंडर
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) के सुकमा में पांच हार्डकोर नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इनमें तीन महिला माओवादी हैं. इन सभी पर 19 लाख रुपए का इनाम घोषित था. इन सभी ने सुकमा पुलिस अधीक्षक के समक्ष सरेंडर किया है. बता दें कि ये नक्सल प्रभावित इलाकों में अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय थे.
सुकमा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. लोन वर्राटू अभियान के तहत फिर से पांच नक्सलियों (CG Sukma Naxal Surrender) ने घर वापसी की है. जिनका पुनर्वास नीति के तहत आर्थिक मदद दी जाएगी.
ये नक्सली (CG Sukma Naxal Surrender) अब अपने नए जीवन की शुरुआत करेंगे. जानकारी मिली है कि सुकमा जिला मुख्यालय में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बिना हथियार के पुलिस अधीक्षक के समक्ष पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कियाा है.
बताया जा रहा है कि ये जिले के अलग-अलग स्थानों की नक्सली हिंसा में शामिल रहे थे. अब ये सभी अपने नए जीवन की शुरुआत करने वाले हैं.